
स्टेट डेस्क, श्रेया पांडेय |
पंजाब के मोहाली जिले में एक ऑक्सीजन प्लांट में हुए भीषण धमाके ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। यह हादसा बुधवार सुबह उस समय हुआ जब प्लांट में सामान्य रूप से कार्य चल रहा था। धमाका इतना जबरदस्त था कि आसपास के इलाके में कई किलोमीटर दूर तक इसकी आवाज सुनी गई। इस दुर्घटना में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह हादसा मोहाली के डेराबस्सी क्षेत्र में स्थित एक निजी ऑक्सीजन प्लांट में हुआ। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि प्लांट में तकनीकी खामी के कारण यह धमाका हुआ। बताया जा रहा है कि जिस समय यह विस्फोट हुआ, उस समय कई मजदूर और तकनीकी कर्मचारी वहां कार्यरत थे। प्लांट में रखे सिलेंडरों और भारी मशीनों की मौजूदगी के कारण विस्फोट की तीव्रता और भी बढ़ गई, जिससे आसपास की दीवारें और भवन भी क्षतिग्रस्त हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर निकल आए। इलाके में अफरा-तफरी मच गई और तुरंत दमकल की गाड़ियां, एंबुलेंस और पुलिस मौके पर पहुंच गईं। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। दमकल कर्मियों और स्थानीय प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए आग पर काबू पाया और घायलों को तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान की।
पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और प्लांट प्रबंधन से विस्तृत जानकारी मांगी गई है। इसके साथ ही विशेषज्ञों की एक टीम को भी बुलाया गया है जो तकनीकी कारणों की जांच कर रही है। शुरुआती जांच में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि ऑक्सीजन गैस के प्रेशर में असंतुलन या वॉल्व की खराबी के कारण यह विस्फोट हुआ होगा। हालांकि, फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही सटीक कारणों की पुष्टि हो पाएगी।
इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों में काफी रोष है। लोगों का कहना है कि इस प्लांट में पहले भी कई बार सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई है, लेकिन प्रशासन ने कोई सख्त कदम नहीं उठाया। अब इस बड़े हादसे ने फिर से औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पंजाब सरकार ने इस दुर्घटना को गंभीरता से लिया है और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने घटना पर दुख जताया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए सभी ऑक्सीजन प्लांट्स की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जाए।
यह हादसा एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हमारे औद्योगिक संस्थानों में पर्याप्त सुरक्षा उपाय हैं? जरूरत है कि ऐसे हादसों से सबक लिया जाए और भविष्य में कोई और जान न जाए, इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएं।