
स्टेट डेस्क, श्रेयांश पराशर l
पशुपति पारस का महागठबंधन को अल्टीमेटम, सीट बंटवारे में 100% जीत का दावा
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति में तेजी देखने को मिल रही है। चुनाव आयोग जल्द ही चुनाव की तारीखों का एलान कर सकता है, वहीं एनडीए और महागठबंधन के बीच सीट बंटवारे को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है। इसी बीच राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने महागठबंधन को अल्टीमेटम देते हुए अपनी स्पष्ट मांग रखी है।
पारस ने कहा कि पार्टी केवल उन्हीं सीटों की मांग करेगी जहाँ उन्हें जीत का भरोसा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अनावश्यक सीटों की मांग नहीं करेंगे। उनका कहना है कि लक्ष्य महागठबंधन की सरकार बनाना है, और इसलिए केवल मजबूत उम्मीदवारों वाले क्षेत्र ही चुने जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी का “100 प्रतिशत स्ट्राइक रेट” होगा, यानी हर उम्मीदवार को जीत सुनिश्चित करने के लिए ही चुनाव मैदान में उतारा जाएगा।
पारस ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिहार में एक ही व्यक्ति 20 साल से सत्ता में है। जनता ने बड़ी उम्मीदों के साथ उन्हें चुना था, लेकिन अपेक्षित परिणाम नहीं मिले। RLJP प्रमुख ने राज्य के 32 जिलों में बैठकों का हवाला देते हुए कहा कि जनता अब बदलाव चाहती है और उनके मूड में परिवर्तन साफ दिखाई दे रहा है।
विश्लेषकों का कहना है कि पारस का यह दावा महागठबंधन के अंदर हलचल बढ़ा सकता है। सीटों के बंटवारे को लेकर सभी दलों के बीच सघन चर्चाएं चल रही हैं, और पारस के कड़े रुख ने इसे और जटिल बना दिया है। महागठबंधन में शामिल अन्य पार्टियों के लिए यह चुनौती होगी कि वे RLJP की मांगों और स्थानीय जनादेश के बीच संतुलन बनाएं।
राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि बिहार की राजनीति इस चुनाव में बदलते समीकरणों और नए समीक्षाओं के चलते बेहद रोचक होने वाली है। पारस के बयान ने चुनावी समीकरणों में नए मोड़ की संभावना पैदा कर दी है, जिससे महागठबंधन के नेतृत्व को रणनीति बदलनी पड़ सकती है।