
विदेश डेस्क, ऋषि राज |
पाकिस्तान में अर्धसैनिक बल के मुख्यालय के पास विस्फोट, 10 की मौत और 30 से अधिक घायल.....
पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में मंगलवार को एक भीषण बम धमाका हुआ। यह विस्फोट फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (एफसी) के मुख्यालय के पास एक व्यस्त सड़क पर हुआ। धमाका इतना शक्तिशाली था कि इसमें कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मरने वालों में आम नागरिकों के साथ-साथ सुरक्षा बलों के जवान भी शामिल बताए जा रहे हैं।
घटनास्थल और हालात
धमाका क्वेटा शहर के सबसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में से एक में हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विस्फोट के बाद चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। आसपास खड़ी गाड़ियों में आग लग गई और दुकानों के शीशे टूटकर बिखर गए। धमाके की आवाज पूरे शहर में सुनाई दी, जिसके कारण स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई।
क्वेटा पुलिस और बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचे और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। कई घायलों की हालत नाज़ुक बताई जा रही है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
जांच और प्रारंभिक रिपोर्ट
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि यह धमाका संभवत: एक आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) से किया गया था, जिसे एक वाहन या मोटरसाइकिल में लगाकर विस्फोट किया गया। हालांकि अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
पुलिस और एफसी ने पूरे इलाके को घेर लिया है और जांच शुरू कर दी है। बम निरोधक दस्ते और फोरेंसिक टीम घटनास्थल से सबूत इकट्ठा कर रही हैं।
बलूचिस्तान और आतंकी हमले
बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा और संसाधन-समृद्ध प्रांत है, लेकिन यह लंबे समय से अलगाववादी गतिविधियों और आतंकी हमलों का केंद्र बना हुआ है। कई बार बलूच विद्रोही संगठन और आतंकवादी समूह सुरक्षा बलों और सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते रहे हैं।
पिछले कुछ वर्षों में क्वेटा और उसके आसपास कई बड़े आतंकी हमले हो चुके हैं। बलूचिस्तान पाकिस्तान-चीन आर्थिक गलियारा परियोजना के लिए भी अहम है, जिसके कारण यह क्षेत्र लगातार आतंकी संगठनों के निशाने पर रहता है।
सरकार और सेना की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान सरकार ने हमले की निंदा की है और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई है। प्रधानमंत्री और आंतरिक मंत्रालय ने बलूचिस्तान के अधिकारियों को घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
पाकिस्तानी सेना ने भी बयान जारी कर कहा कि देश की सुरक्षा और शांति को भंग करने वाले आतंकी तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा। सेना और अर्धसैनिक बलों ने बलूचिस्तान में तलाशी अभियान तेज कर दिया है।
स्थानीय जनता में गुस्सा और डर
इस धमाके के बाद स्थानीय जनता में गुस्सा और डर का माहौल है। लोग लगातार सवाल उठा रहे हैं कि इतने संवेदनशील इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कैसे नाकाम हो सकती है। व्यापारियों ने भी बढ़ते आतंकी हमलों पर चिंता जताई है, क्योंकि ऐसे घटनाक्रमों से बाजार और आर्थिक गतिविधियाँ बुरी तरह प्रभावित होती हैं।
क्वेटा में अर्धसैनिक बल के मुख्यालय के पास हुआ यह धमाका पाकिस्तान में सुरक्षा हालात की गंभीरता को उजागर करता है। फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं और पूरे क्षेत्र को उच्च सतर्कता पर रखा गया है। लेकिन इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि पाकिस्तान को आतंकी नेटवर्क और अलगाववादी ताकतों से निपटने के लिए और अधिक ठोस एवं प्रभावी रणनीति अपनाने की आवश्यकता है।