
स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी |
हाजीपुर में एक श्राद्ध कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति पारस ने कहा कि अगर चिराग पासवान बिहार के मुख्यमंत्री बनते हैं, तो उन्हें सबसे ज़्यादा खुशी होगी। उन्होंने कहा, “वह हमारे परिवार के सदस्य हैं, हमारा भतीजा है। लेकिन यह फैसला बिहार की जनता करेगी। लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है।”
बिहार की राजनीति में यह बयान एक बड़ा मोड़ माना जा रहा है। कभी अपने भतीजे चिराग पासवान को “अपना खून” मानने से इनकार करने वाले पशुपति पारस अब न सिर्फ रिश्तेदारी स्वीकार कर रहे हैं, बल्कि मुख्यमंत्री पद के लिए शुभकामनाएं भी दे रहे हैं। पारस ने कहा कि बिहार की जनता राजनीतिक रूप से जागरूक है और सोच-समझकर निर्णय लेती है। “अगर जनता शिक्षा और विकास के पक्ष में वोट देती है और चिराग पासवान को मुख्यमंत्री बनाना चाहती है, तो मैं इसका स्वागत करूंगा,” उन्होंने कहा। यह बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि पारस और चिराग के बीच लंबे समय से राजनीतिक और पारिवारिक मतभेद रहे हैं। एक वक्त ऐसा भी था जब मामला थाने और कोर्ट तक पहुंच गया था। लेकिन अब, जब महागठबंधन में पारस को उम्मीद के मुताबिक सम्मान नहीं मिला, तो उन्होंने चिराग की तारीफ़ करते हुए उन्हें मुख्यमंत्री पद के योग्य बताया।