लोकल डेस्क, आर्या कुमारी।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पूर्वी चंपारण ज़िले की सियासत का पूरा दारोमदार इस बार ढाका सीट पर ही टिका हुआ था, क्योंकि जिले की 12 सीटों में से सिर्फ ढाका ही वह सीट रही जहां राजद जीत दर्ज करने में कामयाब हुआ। पूरे जिले की इकलौती जीत होने के कारण इस नतीजे ने प्रदेश ही नहीं, स्थानीय राजनीति में भी बड़ी चर्चा पैदा कर दी है।
ढाका विधानसभा का मुकाबला दिनभर रोमांचक उतार-चढ़ाव वाला रहा। कभी भाजपा आगे तो कभी राजद, लेकिन आख़िरी राउंड में समीकरण अचानक बदले और आरजेडी उम्मीदवार फैसल रहमान ने निर्णायक बढ़त बना ली। अंतिम राउंड में आगे निकलते ही उन्होंने भाजपा उम्मीदवार पवन जायसवाल को मात्र 178 वोटों से शिकस्त दे दी।
मतगणना के शुरुआती चरणों में पवन जायसवाल लगातार आगे चल रहे थे, लेकिन अंतिम राउंड में फैसल रहमान के पक्ष में तेजी से वोट ट्रांसफर हुआ और उनकी बढ़त चुनावी तस्वीर पलटने के लिए काफी साबित हुई। यह मुकाबला पूरे बिहार चुनाव का सबसे करीबी और रोमांचक मैच माना जा रहा है।
दिनभर कभी भाजपा, कभी आरजेडी आगे दिखती रही, लेकिन निर्णायक बढ़त अंत में फैसल रहमान के हाथ आई। पोस्ट-काउंटिंग मिलान में भी यह बढ़त कायम रही, और इसी के साथ पूर्वी चंपारण की एकमात्र सीट पर राजद का झंडा लहराया।पूर्वी चंपारण में बाकी सभी सीटों पर एनडीए की जीत के बीच ढाका में फैसल रहमान की यह ‘स्लिम मार्जिन विक्ट्री’ राजद के लिए राहत और विपक्ष के लिए मनोबल बढ़ाने वाली जीत कही जा रही है। वहीं पवन जायसवाल की हार को बेहद करीबी और कड़े मुकाबले के रूप में देखा जा रहा है।







