
मोतीहारी, एन.के. सिंह
पूर्वी चंपारण में महिला संवाद कार्यक्रम महिलाओं और सरकार के बीच सीधा संवाद स्थापित करने का एक सशक्त माध्यम बन गया है। इस अभिनव पहल को महिलाओं द्वारा जबरदस्त उत्साह के साथ अपनाया जा रहा है, जो उनकी बढ़ती भागीदारी और जागरूकता को दर्शाता है। कार्यक्रम के 39वें दिन, जिले के सभी प्रखंडों में कुल 56 स्थानों पर महिला संवाद सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें ग्रामीण महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी समस्याओं और आकांक्षाओं को खुलकर रखा।
यह कार्यक्रम 18 अप्रैल, 2025 से जिले में चल रहा है, जिसके लिए 28 संवाद रथ समर्पित हैं। ये रथ प्रतिदिन जिले के सभी 27 प्रखंडों के 56 ग्राम संगठनों द्वारा पूर्व निर्धारित स्थानों पर दो पालियों में कार्यक्रम आयोजित करते हैं। अब तक, 2100 से अधिक स्थानों पर महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जा चुका है, जिसमें 4 लाख 10 हजार से अधिक ग्रामीण महिलाओं ने भाग लिया है।
जागरूकता और सशक्तिकरण का माध्यम
महिला संवाद कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी ग्रामीण महिलाओं तक पहुंचाना है, ताकि अधिक से अधिक लोग इन योजनाओं का लाभ उठा सकें। कार्यक्रम के दौरान, संवाद रथ में लगी डिजिटल स्क्रीन पर तीन लघु फिल्में दिखाई जाती हैं:
- महिला सशक्तिकरण पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा निर्मित फिल्म।
- जीविका की सफलता की कहानियों पर ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रस्तुत वीडियो।
- माननीय मुख्यमंत्री महोदय के नेतृत्व में बिहार की विकास यात्रा से संबंधित जानकारी।
इन फिल्मों के साथ-साथ, सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी वाले लीफलेट भी वितरित किए जाते हैं, जिसका व्यापक सकारात्मक प्रभाव देखा जा रहा है। महिलाएं अब सरकारी योजनाओं को बेहतर ढंग से समझ पा रही हैं, विशेष रूप से यह कि कौन सी योजना उनके लिए है और उसका लाभ कैसे उठाया जा सकता है।
आकांक्षाएं हो रही हैं दर्ज, सेल्फी पॉइंट पर उत्साह
महिलाएं न केवल योजनाओं की जानकारी ले रही हैं, बल्कि अपनी आकांक्षाएं और सुझाव भी रख रही हैं। इन सभी बातों को कार्यक्रम स्थल पर अंकित किया जा रहा है और मोबाइल ऐप में भी दर्ज किया जा रहा है। सक्षम अधिकारियों द्वारा इन आकांक्षाओं का निस्तारण किया जाएगा, जिससे यह कार्यक्रम और भी प्रभावी बन रहा है।
ग्रामीण स्तर पर हो रहे इस महिला संवाद कार्यक्रम से ग्रामीण महिलाएं अपनी आवाज सीधे सरकार तक पहुंचाकर बेहद खुश हैं। कार्यक्रम स्थल पर लगे सेल्फी पॉइंट पर सेल्फी लेकर वे अपने उत्साह का इजहार भी कर रही हैं। यह कार्यक्रम निश्चित रूप से पूर्वी चंपारण में महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने में मील का पत्थर साबित हो रहा है।