
स्टेट डेस्क, मुस्कान कुमारी |
प्रियंका गांधी की मोतिहारी रैली : बिहार से 2029 लोकसभा जीत की शुरुआत, युवाओं-बेटियों के हक पर कांग्रेस की जोरदार आवाज
मोतिहारी: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की 26 सितंबर को गांधी मैदान में होने वाली रैली बिहार से 2029 लोकसभा चुनाव की जीत की शुरुआत साबित होगी। देश की सबसे सशक्त आवाज मानी जाने वाली प्रियंका गांधी महिलाओं, बच्चों और युवाओं के बीच मुस्कुराहट बिखेरने वाली विशेष शख्सियत हैं, जो देश की खुशियों की बात करती हैं। महात्मा गांधी की इस पावन धरती पर प्रियंका का आगमन भाजपा सरकार के खिलाफ बड़ा जन आंदोलन बनेगा, जो गरीबों के हक और युवाओं के सपनों को कुचल रही है। पूर्वी चंपारण में सोमवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने घोषणा की कि कांग्रेस को पूर्ण रूप से स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा, "यह रैली संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने के लिए 'एक बड़ी क्रांति' का प्रतीक बनेगी, जो 2025 से शुरू होकर 2029 तक देश बचाने का अभियान चलेगा।"
चंपारण की ऐतिहासिक धरती पर प्रियंका की हुंकार: इंदिरा की सच्ची वारिस
मोतिहारी के जिला अतिथि गृह में हुई इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पप्पू यादव ने प्रियंका गांधी को इंदिरा गांधी की सच्ची उत्तराधिकारी बताते हुए कहा, "जब तक दुनिया रहेगी, इंदिरा गांधी और प्रियंका गांधी का नाम अमर रहेगा।" उन्होंने भाजपा सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि आजादी के बाद एक ऐसे कमजोर प्रधानमंत्री हुए हैं, जिनके हाथों में देश की सुरक्षा नहीं है। चाहे सीजफायर हो, पुलवामा हमला, डॉलर की उछाल, नोटबंदी, रोजगार का संकट, रुपये की गिरावट, शेयर मार्केट का डगमगाना या बच्चों के भविष्य का मुद्दा—हर मोर्चे पर यह सरकार विफल साबित हो रही है। यादव ने जोर देकर कहा, "यह रैली पूर्वी चंपारण से शुरू होकर पूरे बिहार में फैलेगी। मोतिहारी, बेतिया, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, सीवान—सभी इलाकों के लोग इस कार्यक्रम में जुट चुके हैं।"
यादव ने प्रियंका गांधी की रैली को राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' और कांग्रेस वर्किंग कमिटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक का मील का पत्थर बताया। "राहुल गांधी की यात्रा 16 दिनों में 1300 किलोमीटर से अधिक तय कर चुकी है। अब प्रियंका की यह रैली कांग्रेस के पुनरुत्थान का प्रतीक बनेगी। बिहार से 2029 लोकसभा चुनाव की शुरुआत 2025 में हो रही है, जहां हम मजबूत प्रदर्शन करेंगे। पूरे बिहार में एक उत्सुकता और जोश है।" उन्होंने अपील की कि जहां जाति-धर्म का कोई मुद्दा नहीं, वहां बिहार की प्रगति, रोजगार और किसानों की समस्याओं पर फोकस हो। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सैकड़ों कार्यकर्ता प्रियंका के पोस्टरों के साथ नारे लगा रहे थे, जो चंपारण की धरती पर कांग्रेस के बढ़ते उत्साह को दर्शाता है।
ट्रंप की नई वीजा फीस का जाल, भारतीय युवाओं का भविष्य खतरे में: कांग्रेस उठाएगी कड़े सवाल
प्रेस कॉन्फ्रेंस का केंद्र बिंदु अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया घोषणा पर रहा, जिसमें H-1B वीजा के लिए 1 लाख डॉलर (लगभग 88 लाख रुपये) की नई फीस लगाई गई है। पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि इस ट्रंप ने गलत तरीके से लगभग 3 लाख से अधिक भारतीय युवाओं को फंसा दिया है, जो अमेरिका में पढ़ाई कर रहे छात्रों और नौकरी पेशेवरों के लिए वीजा और रोजगार के विकल्प खत्म कर रहा है। "ट्रंप ने अभी घोषणा की है, जो एक नौकरी और वीजा से जुड़ी है। इससे वहां पढ़ रहे बच्चों और नौकरी करने वालों को भारी दिक्कत होगी। भारत के युवाओं का भविष्य चुरा रहा है यह ट्रैप। अमेरिका में नौकरियां खत्म हो रही हैं, जबकि भाजपा सरकार चुप्पी साधे है। कांग्रेस इस मुद्दे को रैली में जोरदार तरीके से उठाएगी।" उन्होंने महिलाओं और बेरोजगारों के हक की बात करते हुए कहा, "मोतिहारी की जनता हर परिस्थिति में बेटियों और माओं की बात सबसे ऊपर रखती है। 'बेटी है तो सबकुछ है'—इस नारे के साथ वे रैली से जुड़ेंगी।"
कांग्रेस ने साफ किया कि वह भाजपा की प्रॉक्सी नहीं है। "हमारा कोई भाजपा चेहरा नहीं है, न ही सीएम पद का कोई दावा। हम सिर्फ बिहार के विकास के लिए लड़ रहे हैं," यादव ने कहा। बिहार चुनाव में कांग्रेस के शानदार प्रदर्शन का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि पार्टी बेरोजगारी से लेकर गरीबी तक हर मुद्दे पर आवाज उठा रही है। पूर्णिया, खगड़िया और मोतिहारी जैसे जिलों का हवाला देते हुए यादव ने कहा, "ये इलाके कृष्ण जी, अड्डिका राम जी जैसे लोक नायकों की धरती हैं। 26 सितंबर को यहां संविधान बचाने के लिए बड़ी क्रांति दिखेगी।" उन्होंने मोतिहारी के इतिहास को धूमिल करने का मुद्दा भी उठाया, जो भाजपा की नीतियों से प्रभावित हुआ है।
चीनी मिल घोटाला, किसानों की जमीन लूट: विकास का नाम देकर ऐतिहासिक धोखा
रैली के एजेंडे में मोतिहारी चीनी मिल का विवाद प्रमुख रहेगा। यादव ने खुलासा किया, "16 सालों से कोई निवेश नहीं हुआ। हमारी जानमानी चीनी मिल को एक रुपए में अडानी को सौंप दिया गया। भाजपा के पास सैकड़ों हजारों एकड़ जमीनें हैं, जो पहले मिडिल क्लास की थीं, अब अडानी-अंबानी को बेच दी जा रही हैं। राजगीय जमीनों का यह लूट विकास का नाम लेकर हो रहा है।" उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी की रैली चंपारण की ऐतिहासिक दृष्टि से विकास का मील का पत्थर बनेगी। "2025 से 2029 तक के लोकसभा चुनाव देश बचाने के लिए हैं। गरीबों के अधिकारों का मुद्दा उठेगा। बिहार के साथ मोतिहारी की तरक्की की बात होगी।"
कांग्रेस की विरासत: अंबेडकर, गांधी, बोस के विचारों पर अडिग
पप्पू यादव ने कांग्रेस को डॉ. अंबेडकर, महात्मा गांधी और सुभाष चंद्र बोस के विचारों की सच्ची संरक्षक बताया। "यह पार्टी विश्व अर्थव्यवस्था की बात करती है, एकला चलो के बजाय राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एकजुटता पर जोर देती है।" उन्होंने बिहार में कांग्रेस के योगदान को याद दिलाया, जो देश निर्माण में सबसे बड़ी रही। रैली पूर्वी चंपारण के सभी विधानसभा क्षेत्रों में उत्साह फैला रही है। "सभी लोग इस कार्यक्रम में जुट गए हैं। बिहार की प्रगति, रोजगार और किसान मुद्दों के लिए यह रैली बहुत महत्वपूर्ण है," यादव ने कहा।
यादव ने अंत में कांग्रेस को पूर्ण रूप से स्थापित करने का संकल्प दोहराया। "हम सब मिलकर बिहार से 2029 लोकसभा चुनाव की मजबूत नींव रखेंगे। यह रैली न सिर्फ स्थानीय मुद्दों को हवा देगी, बल्कि पूरे बिहार को एकजुट करेगी।" प्रेस कॉन्फ्रेंस में कार्यकर्ताओं का जोश देखते ही बन था, जो बताता है कि चंपारण की धरती पर कांग्रेस का पुनरागमन शुरू हो चुका है।