
नवादा, नीतीश कुमार |
बिहार के नवादा जिले से एक अनोखा साइबर ठगी का मामला सामने आया है। यहां 'प्रेग्नेंट करने' के नाम पर बेरोजगार युवाओं को झांसा देकर ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन नाबालिग शामिल हैं। इस फ्रॉड का मास्टरमाइंड भी पुलिस की गिरफ्त में है। आरोपियों ने 'ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब' नाम की फर्जी कंपनी बनाकर इस साइबर ठगी को अंजाम दिया।
गिरोह ने ऐसा दावा किया कि कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंट करना है, जो मां नहीं बन पा रही हैं, और इसके बदले युवकों को 5 लाख रुपए का भुगतान किया जाएगा। सोशल मीडिया और इंटरनेट पर ऐसे भ्रामक विज्ञापन चलाए जाते थे, जिसमें एक युवती फर्जी प्रस्ताव को प्रमोट करती दिखाई देती थी। इस विज्ञापन में कहा जाता था कि जो पुरुष इन महिलाओं को गर्भवती करने में मदद करेंगे, उन्हें बड़ी रकम मिलेगी।
इस तरह के झूठे ऑफर से आकर्षित होकर जो युवक संपर्क करते, उनसे रजिस्ट्रेशन फीस, डॉक्यूमेंटेशन और अन्य शुल्क के नाम पर पैसे वसूले जाते थे।
इसके अलावा, यह गिरोह टेलीकॉम कंपनी के नाम पर भी फ्रॉड करता था। देश की टॉप 5G टेलीकॉम कंपनी के नाम पर घर बैठे पार्ट टाइम या फुल टाइम जॉब का झांसा दिया जाता था। विज्ञापन में दावा किया जाता था कि लोग 22,500 से 75,500 रुपए तक मासिक कमाई कर सकते हैं। इसके साथ ही मुफ्त मोबाइल और लैपटॉप देने का लालच भी दिया जाता था। छात्र, महिलाएं और बेरोजगार इनके मुख्य निशाने पर होते थे।
एसपी अभिनव धीमान के निर्देश पर साइबर डीएसपी प्रिया ज्योति की अगुआई में गठित एसआईटी ने कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें मुख्य आरोपी राजेश कुमार (26 वर्ष) नवादा के रोह थाना क्षेत्र के कुंज गांव का निवासी है। वहीं, तीन नाबालिगों में दो की उम्र 16 और 17 साल बताई गई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से पांच मोबाइल फोन और एक कीपैड फोन बरामद किया है। इस मामले में साइबर थाना में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है।
डीएसपी प्रिया ज्योति ने बताया कि:
अनुमान है कि 10-12 की संख्या में रहकर ये लोग एक ग्रुप बना लेते हैं। फिर ठगी करते हैं। नवादा में ये तीसरा केस है। पहले वारसलीगंज क्षेत्र से गिरफ्तारी हुई है।
ऐसे करते थे ठगी;
- ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब के नाम से प्रोफाइल बनाई
- फंसाने के लिए महिलाओं को प्रेग्नेंट कर 5 लाख कमाने का ऑफर देते थे
- वेबसाइट से लेकर गूगल के अन्य सर्च ऑप्शन पर प्रोफाइल को ट्रेंड कराया था
- भोले-भाले लोगों को फोन से संपर्क कर फंसाते थे।
- अगर कोई फंस जाए तो रजिस्ट्रेशन, डॉक्यूमेंटेशन के नाम पर पैसे ऐंठे जाते थे।