
इंटरनेशनल डेस्क, प्रीति पायल |
यह खबर एक बेबुनियाद अफवाह पर आधारित है जिसे अमेरिकी रूढ़िवादी टिप्पणीकार कैंडेस ओवेंस ने हाल ही में पुनः प्रचारित किया है। यह झूठा दावा फ्रांस की प्रथम महिला ब्रिजिट मैक्रॉन के संदर्भ में है।
2021 में फ्रेंच ब्लॉगर्स अमांडाइन रॉय और नताशा रे ने यूट्यूब पर दावा किया कि ब्रिजिट मैक्रॉन वास्तव में उनके भाई जीन-मिशेल ट्रोग्न्यू हैं। इस सिद्धांत के अनुसार, जीन-मिशेल ने 30 वर्ष की आयु में लिंग परिवर्तन किया और ब्रिजिट बन गए।
2024 में, अमेरिकी प्रभावशाली व्यक्तित्व कैंडेस ओवेंस ने इस विषय को फिर से उजागर किया। उन्होंने मार्च 2024 में "Is France's First Lady a Man?" शीर्षक से वीडियो बनाया और 8-एपिसोड की पॉडकास्ट श्रृंखला "Becoming Brigitte" लॉन्च की।
ब्रिजिट मैक्रॉन का जन्म 13 अप्रैल 1953 को अमीन्स में हुआ था। वे एक शिक्षिका रहीं, तीन बच्चों की माता हैं, और 2007 में इमैनुएल मैक्रॉन से विवाह किया। उनके परिवारिक रिकॉर्ड और तस्वीरें सार्वजनिक हैं।
जुलाई 2025 में मैक्रॉन दंपति ने ओवेंस के विरुद्ध डेलावेयर कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दायर किया। उनके वकील ने फोटोग्राफिक और वैज्ञानिक साक्ष्य प्रस्तुत करने की घोषणा की है।
यह पूरा मामला ट्रांसफोबिया और राजनीतिक हमले का मिश्रण प्रतीत होता है, जिसके पीछे कोई ठोस प्रमाण नहीं है