
स्टेट डेस्क, वेरोनिका राय |
बरेली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को बरेली से स्कूल चलो अभियान और संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने बरेली कॉलेज मैदान में जनसभा को संबोधित किया और शहर को बदलती तस्वीर का उदाहरण बताते हुए कहा कि "बरेली अब दंगा सिटी नहीं, स्मार्ट सिटी की पहचान बना चुका है।"
2017 से पहले बरेली था दंगा प्रभावित
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले बरेली दंगों के लिए कुख्यात था। आए दिन हिंसा और दंगे हुआ करते थे, लेकिन उनकी सरकार के आठ सालों में यहां एक भी दंगा नहीं हुआ। उन्होंने दावा किया कि अब दंगाई चूहे की तरह बिलों में दुबक गए हैं। अगर कोई बाहर निकलकर अशांति फैलाने की कोशिश करेगा तो सरकार उसकी पूरी संपत्ति जब्त करके गरीबों में बांट देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, "आज बरेली विकास के पथ पर अग्रसर है। यहां निवेश आ रहे हैं, उद्योग लग रहे हैं और नई सुविधाएं विकसित हो रही हैं।"
बरेली को मिली ‘नाथनगरी’ की पहचान
योगी ने कहा कि पिछली सरकार ने बरेली को सिर्फ झुमका से जोड़ा था, जबकि उनकी सरकार ने इसे नाथनगरी की पहचान दिलाई है। उन्होंने कहा कि नाथ कॉरिडोर के माध्यम से बरेली की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को फिर से स्थापित किया गया है।
उन्होंने कहा कि बरेली अब इंफ्रास्ट्रक्चर और इंडस्ट्री के नए मॉडल के रूप में विकसित हो रहा है। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत यहां कई परियोजनाएं चल रही हैं जो शहर को आधुनिक स्वरूप दे रही हैं।
गो संरक्षण पर सपा को घेरा
मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सपा शासन में निराश्रित गोवंश की समस्या सबसे ज्यादा बढ़ी। "इन लोगों ने गायों को लावारिस छोड़ दिया था। सपा मुखिया को गोबर से दुर्गंध आती है, लेकिन अपने कृत्यों से नहीं।"
योगी ने कहा कि उनकी सरकार ने गो संरक्षण को प्राथमिकता दी है। प्रदेश में 7700 निराश्रित गो-आश्रय स्थल बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि जो भी व्यक्ति एक गोवंश को पालता है, उसे सरकार की ओर से 1500 रुपये प्रतिमाह का अनुदान दिया जाएगा।
योगी ने आगे कहा, "हमारी सरकार गो माता की सेवा को पुण्य का काम मानती है। हमने कसाइयों को जहन्नुम भेजा और गोमाता की रक्षा की। यही बात सपा नेताओं को चुभती है।"
बरेली दौरे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
मुख्यमंत्री योगी के दौरे को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए। बरेली कॉलेज मैदान में सेफ हाउस बनाया गया। इसके अलावा मिशन हॉस्पिटल, रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज और नवाबगंज सीएचसी में भी एहतियातन सेफ हाउस तैयार किए गए। इनमें रक्त समूह, आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं और दवाइयां उपलब्ध कराई गईं।
मंत्रियों ने गिनाए सरकार के काम
मुख्यमंत्री के स्वागत में पशुधन विकास मंत्री धर्मपाल सिंह और वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार मौजूद रहे। मंच से वन मंत्री अरुण सक्सेना ने नारा लगाया, “योगी जी सब पर भारी, अयोध्या-वाराणसी के बाद मथुरा की बारी।”
मंच पर बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह, श्रम मंत्री अनिल राजभर और सहकारिता राज्यमंत्री जेपीएस राठौर भी उपस्थित रहे। सभी मंत्रियों ने सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को गिनाया और युवाओं से आह्वान किया कि वे नौकरी लेने वाले नहीं, बल्कि देने वाले बनें।
विकास की नई राह पर बरेली
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बरेली में स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के साथ-साथ औद्योगिक निवेश भी तेजी से बढ़ रहा है। नई सड़कें, पुल, इंडस्ट्रियल एरिया और शैक्षणिक संस्थान बन रहे हैं।
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री नवाबगंज पहुंचे और अधकटा नजराना में अटल आवासीय विद्यालय का लोकार्पण भी किया।
सीएम योगी का संदेश साफ रहा; बरेली की पुरानी पहचान दंगे और अशांति की नहीं, बल्कि नाथनगरी और स्मार्ट सिटी के रूप में होगी। साथ ही उन्होंने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि उनकी गलत नीतियों की वजह से राज्य को नुकसान हुआ, जबकि वर्तमान सरकार विकास और गो संरक्षण को आगे बढ़ा रही है।