स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार।
बिहार के मोतिहारी विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक प्रमोद कुमार के खिलाफ शुक्रवार को महिला आयोग में शिकायत दी गई है। कारण है उनका महिलाओं को लेकर दिया गया हालिया आपत्तिजनक बयान। दरअसल दिल्ली में सांसद रेणुका चौधरी के कुत्ते को लेकर संसद पहुंचने की घटना पर बुधवार को पटना विधानसभा के बाहर जब उनसे प्रतिक्रिया पूछी गई, तो उन्होंने कहा कि बहुत सारी लेडीज हैं, जो संतुष्टि के लिए कुत्ते के साथ सोती हैं। मोबाइल पर भी देख लीजिएगा। वहां आपको ये सब मिल जाएगा।
राजद प्रवक्ता प्रियंका भारती ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा - "क्या मोदी जी को संतुष्टि तब मिलती है जब उनके पाले हुए नेता महिलाओं के बारे में अभद्र टिप्पणी करते हैं? ऐसे बयान शर्मनाक है।" सोशल मीडिया उपयोगकर्ता भी नाराज़गी जता रहे हैं और विधायक पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि नेताओं को बोलने से पहले सोच लेना चाहिए।
1 दिसंबर को कुत्ते के साथ पहुंची थीं रेणुका चौधरी:
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन यानी 1 दिसंबर को कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी एक कुत्ता लेकर संसद पहुंचीं। इस पर बीजेपी सांसदों ने आपत्ति जताई। जब उनसे पूछा गया कि वे कुत्ते को संसद क्यों लाई हैं, तो उन्होंने जवाब दिया - "सरकार को जानवर पसंद नहीं हैं। इसमें क्या समस्या है? यह छोटा है और किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता। काटने और डसने वाले संसद में बैठे हैं, कुत्ते नहीं।"
बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने कहा - "कुत्ता लेकर संसद आना गलत है, कार्रवाई होनी चाहिए। विशेषाधिकार का मतलब दुरुपयोग नहीं है।"
बीजेपी विधायक के बयान पर राजनीतिक प्रतिक्रिया
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. स्नेहाशीष वर्धन ने कहा, 'बीजेपी विधायक का ये बयान बेहद शर्मनाक है। ये RSS और बीजेपी की मानसिकता और संस्कारों का परिचय देती है। महिलाओं को लेकर उनके मन में जो भावना है वो उनकी जुबान पर आ गई है। उन्हें तत्काल माफी मांगनी चाहिए।'
राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा, बीजेपी विधायक ने महिलाओं का अपमान किया है। बीजेपी नेता चुप क्यों हैं ये भी बताना चाहिए। बीजेपी की महिला नेत्रियां कहां चली गईं जो कहती थीं महिलाओं का अपमान किया जा रहा है। जब महिलाओं का अपमान हो रहा है तो वो चुप क्यों हैं।
रेणुका चौधरी ने कहा: "मेरे पास स्ट्रीट डॉग काफी हैं, चाहिए तो दे दूंगी। हम जानवरों की देखभाल करते हैं। ये चर्चा इसलिए बनी क्योंकि सरकार के पास बोलने को कुछ नहीं है।"
संसद की सिक्योरिटी कंसर्न को लेकर कांग्रेस सांसद ने कहा, 'कौन सा प्रोटोकॉल। कहीं कोई कानून बना है क्या। मैं रास्ते में आ रही थी। वहां स्कूटर और कार वाले का टक्कर हुआ। उसके आगे ये छोटा पिल्ला निकलकर सामने आ गया। ये चारों तरफ सड़क पर घूम रहा था। मैंने सोचा ये पहिए के नीचे आ जाएगा, तो मैंने उठाकर गाड़ी में रख लिया और संसद आ गई और वापस भिजवा दिया।'
प्रमोद कुमार प्रोफ़ाइल
• उम्र: 63 वर्ष
• शिक्षा: लॉ ग्रेजुएट
• 2 क्रिमिनल केस
• कुल संपत्ति: 6.7 करोड़
• 2005 से मोतिहारी सीट से लगातार जीत
• गन्ना उद्योग मंत्री व कानून मंत्री रह चुके
• RSS और ABVP से जुड़े
• पिता JP आंदोलन के जाने-माने एक्टिविस्ट थे।
संसद नियमों का उल्लंघन
संसद में पालतू जानवर लाने को नियमों का उल्लंघन माना जाता है। संसद के कानून के मुताबिक ये संसद भवन परिसर व्यवहार एवं आचरण नियम और लोकसभा हैंडबुक फॉर मेंबर्स के तहत गलत है।
1. संसद भवन परिसर व्यवहार एवं आचरण नियम
संसद परिसर में केवल अधिकृत व्यक्ति, वाहन और सुरक्षा अनुमति वाली वस्तुएं ही लाई जा सकती हैं। पालतू जानवरों की एंट्री प्रतिबंधित है। सुरक्षा शाखा इस नियम को लागू करती है।
2. लोकसभा हैंडबुक फॉर मेंबर्स
इसमें स्पष्ट है कि सदन या परिसर में कोई ऐसी वस्तु, जीव या सामग्री नहीं लाई जा सकती जो सुरक्षा या मर्यादा को प्रभावित करे। पालतू जानवर इसी श्रेणी में शामिल हैं।
रेणुका चौधरी का राजनीतिक सफर
• राज्यसभा सांसद, 2024 में टेलंगाना से दोबारा चुनी गईं
• कांग्रेस की वरिष्ठ नेता
• महिला एवं बाल विकास और पर्यटन मंत्रालय की स्वतंत्र प्रभार मंत्री
• पूर्व स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री
• 1984 में TDP से शुरुआत, 1998 में कांग्रेस में शामिल
• दो बार लोकसभा सांसद
• कई संसदीय समितियों में सदस्य







