विदेश डेस्क, आर्या कुमारी
बांग्लादेश की अंतरिम यूनुस सरकार द्वारा देशभर में संगीत पर रोक लगाने के फैसले ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। सरकार का कहना है कि यह कदम “सामाजिक अनुशासन और सांस्कृतिक शुद्धता” बनाए रखने के लिए उठाया गया है, लेकिन आम जनता और कलाकार इस निर्णय के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं।
जानकारी के अनुसार, सरकार ने सार्वजनिक स्थलों, रेडियो, टीवी और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर संगीत के प्रसारण को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। शिक्षा संस्थानों और आयोजनों में भी संगीत बजाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
कलाकारों का विरोध:
देश के मशहूर गायकों, संगीतकारों और युवाओं ने इस फैसले को “अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला” बताया है। सोशल मीडिया पर #SaveMusicInBangladesh ट्रेंड कर रहा है।
सरकार का पक्ष:
सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि “यह निर्णय अस्थायी है और समाज में अनुशासन एवं नैतिकता बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम है।” हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि प्रतिबंध कितने समय तक जारी रहेगा।
जनता में नाराज़गी:
कई नागरिकों का कहना है कि संगीत बांग्लादेश की पहचान और संस्कृति का अहम हिस्सा है। ढाका विश्वविद्यालय के छात्रों ने इसे “लोकतंत्र और सांस्कृतिक स्वतंत्रता पर हमला” बताया है।







