
स्टेट डेस्क, प्रीति पायल |
तेजस्वी यादव की बिहार अधिकार यात्रा के दूसरे दिन बख्तियारपुर में एक अनोखी घटना देखने को मिली। राष्ट्रीय जनता दल के युवा नेता के कार्यक्रम में विलंब होने पर स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं ने समर्थकों को रोकने के लिए एक दिलचस्प रणनीति अपनाई।
17 सितंबर को आयोजित इस रैली में तेजस्वी यादव को निर्धारित समय पर पहुंचना था, किंतु तकनीकी कारणों से उनमें लगभग 45 मिनट का विलंब हुआ। इस स्थिति में हजारों एकत्रित समर्थकों में बेचैनी बढ़ने लगी और कुछ लोग वापस जाने की तैयारी करने लगे।
पार्टी के स्थानीय नेताओं ने इस चुनौती का सामना करते हुए मंच पर स्थानीय कलाकारों को प्रस्तुति देने के लिए आमंत्रित किया। भोजपुरी लोकगीतों की धुन पर आधारित यह प्रस्तुति लगभग 20-25 मिनट तक चली, जिससे उपस्थित जनसमुदाय का उत्साह बना रहा।
इस घटना पर विपक्षी दलों ने तीखी टिप्पणी की है। जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इसे पार्टी की पुरानी छवि से जोड़कर आलोचना की है। वहीं, आरजेडी नेताओं ने इसे बिहारी संस्कृति का हिस्सा बताते हुए जनता के मनोरंजन की दृष्टि से उचित ठहराया है।
यह घटना विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक चर्चा का विषय बनी है। टेलीविजन चैनलों की रिपोर्टिंग और वायरल वीडियो क्लिप्स के माध्यम से यह राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हुई है।
तेजस्वी यादव के पहुंचने के बाद नियमित कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसमें उन्होंने राज्य सरकार की नीतियों पर अपनी बात