
लोकल डेस्क, एन. के. सिंह।
बिहार के 'काशी' अरेराज में उमड़ा भक्तों का सैलाब, 4 लाख कांवरियों ने किया जलाभिषेक, अनंत चतुर्दशी मेले का भव्य समापन..... अनुमंडल प्रशासन और मंदिर प्रबंधन ने सुरक्षा, साफ-सफाई और रोशनी की बेहतर व्यवस्था की, जिससे लाखों श्रद्धालुओं को सुविधा मिली।
पूर्वी चंपारण: बिहार के "काशी" के नाम से प्रसिद्ध अरेराज सोमेश्वर महादेव मंदिर में अनंत चतुर्दशी के पावन अवसर पर आयोजित चार दिवसीय मेले का आज सफल समापन हो गया। इस दौरान भारत और नेपाल के विभिन्न कोनों से आए लगभग चार लाख शिव भक्तों ने जलाभिषेक कर भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद लिया। पूरे चार दिनों तक अरेराज धाम का माहौल पूरी तरह शिवमय रहा, जहां हर तरफ "बोल बम" के जयकारे गूंजते रहे।
सुरक्षा और सुविधाओं के पुख्ता इंतजाम
कांवरियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए अनुमंडल प्रशासन और मंदिर प्रबंधन के साथ-साथ कई स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं ने सुरक्षा, रोशनी, और साफ-सफाई के पुख्ता इंतजाम किए थे। अनुमंडल पदाधिकारी अरुण कुमार के निर्देश पर, हमण्डलेश्वर स्वामी रवि शंकर गिरी जी महाराज ने सर्वप्रथम पूजा के बाद सुबह 3 बजे ही मंदिर का पट कांवरियों के लिए खोल दिया। इसके बाद श्रद्धालु भक्त सुरक्षित तरीके से अपनी-अपनी कतार में लगकर शनिवार दोपहर तक जलाभिषेक करते रहे।
मंदिर प्रबंधन और बिजली विभाग द्वारा मेला क्षेत्र में पर्याप्त रोशनी और निर्बाध बिजली आपूर्ति की व्यवस्था की गई थी, जिससे कांवरियों को रात में भी कोई परेशानी नहीं हुई। नगर पंचायत द्वारा दोनों समय मेला क्षेत्र की साफ-सफाई सुनिश्चित की गई, जिससे पूरा क्षेत्र स्वच्छ बना रहा। हालांकि, कुछ शौचालयों के सही रखरखाव के अभाव में पुरुष और महिला श्रद्धालुओं को असुविधा हुई और उन्हें दूसरे स्थानों पर जाना पड़ा।
सड़क किनारे दुकानों से हुई श्रद्धालुओं को परेशानी
अरेराज के मुख्य बाजार में सड़क किनारे दुकानें लगने से श्रद्धालुओं को मंदिर आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बताया जाता है कि स्थाई दुकानदारों ने अपनी दुकानें लगभग बंद कर दी थीं और सड़क पर बाहर से आए दुकानदारों को अधिक राशि लेकर दुकानें लगाने की अनुमति दी थी। नगर पंचायत द्वारा पूर्व में चेतावनी दिए जाने के बावजूद सड़क किनारे दुकानें सजी रहीं।
सुरक्षा के लिए दंडाधिकारी और पुलिस बल मुस्तैद
लाखों कांवरियों के आगमन को देखते हुए अनुमंडल प्रशासन ने लगभग तीन दर्जन से अधिक संवेदनशील स्थानों पर दंडाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती दो से तीन शिफ्टों में की थी। सभी प्रतिनियुक्त अधिकारी और पुलिसकर्मी 24 घंटे अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए मुस्तैद दिखे। एसडीएम के निर्देश पर अनुमंडल कार्यालय के कर्मी भी दंडाधिकारियों से हस्ताक्षर करवाते देखे गए, ताकि उनकी उपस्थिति सुनिश्चित हो सके।
स्वयंसेवी संस्थाओं ने की भरपूर सेवा
चार दिनों तक चलने वाले इस मेले में स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं ने कांवरियों की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी। सनातन ब्राह्मण समाज, नवयुवक कांवरिया सेवा समिति, व्यवसायी संघ सेवा समिति, और नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा सेवा शिविर लगाकर श्रद्धालुओं को दवा, नींबू पानी, गर्म पानी, ठंडा पानी, शरबत, फल और स्वादिष्ट भोजन कराया गया। कांवरियों ने इस सेवा की खूब सराहना की। इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में भादा से खजुरिया मठ तक दर्जनों लोगों ने शिविरों के माध्यम से 'डाक बम' की सेवा की, जिससे उनकी यात्रा सुगम बन सकी।