स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी |
बिहार के समस्तीपुर जिले के उजियारपुर विधानसभा क्षेत्र में जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने टिकट वितरण के खिलाफ जमकर विरोध किया। नाराज कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ और आगजनी की। यह बवाल तब भड़का जब प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी ने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की।
सूत्रों के मुताबिक, उजियारपुर, वारिसनगर, समस्तीपुर और मोहिउद्दीननगर सीटों पर असंतोष फैल गया है। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पार्टी ने बाहरी और पुराने राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों को टिकट दिया, जबकि स्थानीय और सक्रिय कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई।
कार्यकर्ताओं के गंभीर आरोप
उजियारपुर के संभावित उम्मीदवार राजू सहनी ने कहा कि क्षेत्र में 10 लोगों ने नियमों के अनुसार मेहनत की, लेकिन टिकट दुर्गा प्रसाद सिंह को दिया गया, जो पूर्व विधायक और बीजेपी से जुड़े रहे हैं। राजू सहनी ने कहा, “यह जनसुराज के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है। पार्टी भी अब अन्य दलों की तरह राजनीति को व्यापार बना रही है।”
इसी तरह, समस्तीपुर की संभावित उम्मीदवार चेतना झांब ने कहा कि वह दो महीनों से जनसंपर्क में जुटी थीं, लेकिन टिकट जेडीयू के पूर्व प्रत्याशी डॉ. मनोज कुमार को मिला। वहीं, वारिसनगर और मोहिउद्दीननगर में भी बाहरी प्रत्याशियों को टिकट दिए जाने के आरोप लगे हैं।
पैसे और शर्तों का खेल?
कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पार्टी ने प्रत्याशियों से ₹21,000 का रजिस्ट्रेशन शुल्क और 50,000 सदस्यों को जोड़ने की शर्त रखी थी। कई ने ये शर्तें पूरी कीं, लेकिन टिकट उन्हें नहीं मिला। इससे कार्यकर्ताओं में गहरा आक्रोश है।







