
नेशनल डेस्क, श्रेयांश पराशर l
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी रणनीतिक तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने तीन सितंबर को पार्टी नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में चुनावी रणनीति से लेकर उम्मीदवार चयन और संगठनात्मक तैयारियों पर विस्तार से चर्चा होगी।
सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा मौजूद रहेंगे। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल बिहार के भाजपा नेता भी बैठक का हिस्सा होंगे। बताया जा रहा है कि अमित शाह स्वयं बिहार विधानसभा चुनाव को भाजपा और एनडीए के लिए निर्णायक मानते हैं, इसलिए वे हर स्तर पर समीकरण साधने की कोशिश में हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 भाजपा और विपक्षी गठबंधन के बीच सीधे टकराव का मैदान बनेगा। एक ओर भाजपा अपने सहयोगियों के साथ बिहार की सत्ता में वापसी की तैयारी कर रही है, वहीं विपक्ष महागठबंधन के बैनर तले एकजुट होने की कोशिशों में है। इस बीच अमित शाह की बैठक को चुनावी तैयारी का रोडमैप माना जा रहा है, जिसमें संगठनात्मक मजबूती, बूथ स्तर की रणनीति और गठबंधन सहयोगियों की भूमिका पर मंथन होगा।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस बार बिहार में युवाओं, किसानों और महिला मतदाताओं पर विशेष फोकस करेगी। इसके लिए अलग-अलग अभियान और रैलियों की योजना बनाई जा रही है। शाह की यह बैठक बिहार भाजपा के नेताओं के लिए न सिर्फ दिशा तय करेगी बल्कि आने वाले दिनों में पार्टी की चुनावी रफ्तार भी बढ़ा देगी।
विश्लेषकों का मानना है कि बिहार का यह चुनाव आगामी लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और विपक्ष दोनों के लिए बड़ी परीक्षा साबित होगा।