
श्रेयांश पराशर, नेशनल डेस्क |
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के घने जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में केंद्रीय कमेटी का बड़ा नक्सली नेता सुधाकर मारा गया। वह तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में वांटेड था और उस पर एक करोड़ का इनाम था। बीजापुर के नेशनल पार्क क्षेत्र में मंगलवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुए एक बड़े एनकाउंटर में केंद्रीय कमेटी के वरिष्ठ माओवादी नेता सुधाकर उर्फ नर सिंहाचलम को ढेर कर दिया गया। सुधाकर माओवादियों की टॉप लिस्ट में शामिल था और उस पर केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा एक करोड़ रुपए का इनाम घोषित था।
सुधाकर पर तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में कई हिंसक घटनाओं और सुरक्षाबलों पर हमलों की साजिशों में शामिल होने के आरोप थे। खुफिया इनपुट मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने ऑपरेशन चलाया, जिसमें DRG, STF और कोबरा की संयुक्त टीम ने भाग लिया। बताया जा रहा है कि जिस समय सर्च अभियान चल रहा था, उसी दौरान नक्सलियों ने घात लगाकर जवानों पर गोलियां चलाईं। जवाबी कार्रवाई में कई नक्सली ढेर हुए, जिनमें सुधाकर की पहचान की गई। साथ ही सूचना है कि तेलंगाना स्टेट कमेटी के प्रेस प्रभारी बंडी प्रकाश और अन्य बड़े नक्सली नेता भी मौके पर मौजूद थे।
बीते कुछ महीनों से सुरक्षाबलों ने बस्तर और बॉर्डर इलाकों में बड़े पैमाने पर नक्सल विरोधी अभियान तेज कर दिए हैं। इससे पहले 21 मई को एक मुठभेड़ में 27 नक्सली मारे गए थे, जिनमें 1.5 करोड़ के इनामी बसवा राजू का नाम भी था। उससे सात दिन पहले कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर चले अभियान में भी 31 माओवादी मारे गए थे।
गृह मंत्री अमित शाह पहले ही एलान कर चुके हैं कि 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद का सफाया कर दिया जाएगा। इसी दिशा में बस्तर जोन में लगातार बड़ी कार्रवाइयाँ हो रही हैं, जो माओवाद के खिलाफ निर्णायक संघर्ष का संकेत हैं।