Ad Image
Ad Image
दिल्ली पुलिस ने साइबर अपराधियों के लिए चलाया साईं हॉक अभियान, 48 घंटे में 800 गिरफ्तार || झारखंड की मंत्री दीपिका पाण्डेय का EC पर हमला, SIR के कारण हारा महागठबंधन || पूर्वी चंपारण के रक्सौल में VIP पार्टी के अनुमंडल प्रमुख की गोली मार हत्या || राष्ट्रपति ट्रंप ने यूक्रेन से शांति समझौते के प्रस्ताव को जल्दी स्वीकार करने का आग्रह किया || ईरान पर अमेरिका की सख्ती, आज नए प्रतिबंधों का किया ऐलान || BJP को 90 पर लीड, JDU को 80 पर लीड, महागठबंधन फेल || नीतीश कुमार CM हैं और आगे भी रहेंगे: जेडीयू की प्रतिक्रिया || NDA को शानदार बढ़त, 198 पर लीड जबकि महागठबंधन को 45 पर लीड || तुर्की : सैन्य विमान दुर्घटना में मृत सभी 20 सैनिकों के शव बरामद || RJD के एम एल सी सुनील सिंह का भड़काऊ बयान, DGP के आदेश पर FIR

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

बेंगलुरु: पूर्व प्रेमी ने की ब्लैकमेलिंग, कन्नड़ एक्ट्रेस से मांगे 1 करोड़

क्राइम डेस्क, प्रीति पायल |

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से एक हैरान कर देने वाला और गंभीर मामला प्रकाश में आया है। इस केस में एक 36 साल की कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री की अभिनेत्री को उसके भूतपूर्व प्रेमी ने न सिर्फ शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, बल्कि यौन शोषण, धमकी देकर ब्लैकमेल करना और अंततः 1 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगकर उसकी जिंदगी तबाह करने की साजिश रची। यह मामला साउथ फिल्म इंडस्ट्री में महिला कलाकारों के साथ हो रहे शोषण की गंभीरता को फिर से सामने लाता है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है, मगर पीड़िता के मन पर पड़े गहरे घावों को भरना आसान नहीं होगा।

पीड़िता कौन हैं? 36 वर्षीय यह महिला कन्नड़ सिनेमा में काम करने वाली एक जानी-मानी एक्ट्रेस हैं। उनकी पहचान गुप्त रखी गई है ताकि उनकी निजता को सुरक्षित रखा जा सके। साल 2021 से वह आरोपी के संपर्क में थीं। पहले यह रिश्ता सामान्य दोस्ती का था, लेकिन बाद में आरोपी ने इसे प्रेम संबंध बताते हुए अपने षड्यंत्र में फंसाना शुरू किया।

आरोपी की पहचान आरोपी अरविंद वेंकटेश रेड्डी नाम का एक व्यवसायी है, जो खुद को अत्यधिक प्रेम करने वाले की इमेज में पेश करता था। पीड़िता के अनुसार, वह हद से ज्यादा possessive था और उसे कंट्रोल करने की फिराक में रहता था। लगातार फोन कॉल्स, मैसेजेस और निजी जीवन में दखलअंदाजी उसका तरीका बन गया था।

2021-2024 के बीच उत्पीड़न दोनों की जान-पहचान 2021 में हुई, जिसके बाद आरोपी ने जबरन रिश्ते को गहरा करने का दबाव डालना शुरू कर दिया। पीड़िता की शिकायत के मुताबिक, आरोपी ने उसे शारीरिक और भावनात्मक स्तर पर परेशान किया। इसमें लगातार धमकाना, अपशब्द कहना, और व्यक्तिगत मामलों में घुसपैठ करना शामिल था। वह उसे अपनी संपत्ति समझकर नियंत्रित करने की कोशिश करता - जैसे सोशल सर्कल को सीमित करना या बाहर जाने पर पाबंदी लगाना।

अप्रैल 2024 में आत्महत्या का प्रयास जब उत्पीड़न चरम सीमा पर पहुंच गया और आरोपी ने जबरदस्ती शादी के लिए दबाव डाला, तब मानसिक तौर पर टूट चुकी पीड़िता ने अपने बेंगलुरु वाले घर में अप्रैल 2024 में जान देने की कोशिश की। इस घटना की जानकारी मिलने पर परिवार ने दखल दिया, लेकिन आरोपी का सिलसिला यहीं नहीं रुका। पीड़िता को अस्पताल में दाखिल कराया गया जहां से वह स्वस्थ हुईं, परंतु मानसिक आघात इतना तीव्र था कि उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली।

ब्लैकमेल का दौर आरोपी ने पीड़िता की निजी तस्वीरों और वीडियोज को हथियार बनाकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू किया। वह धमकी देता था कि अगर शादी या उसकी बात नहीं मानी गई तो वह ये सामग्री सार्वजनिक कर देगा। इस डर से पीड़िता खामोश रहने को मजबूर हो गईं।

रंगदारी की डिमांड उत्पीड़न की अंतिम सीढ़ी तब आई जब आरोपी ने पीड़िता से 1 करोड़ रुपये की मांग रखी। पीड़िता के बयान के अनुसार, आरोपी ने दावा किया कि यह राशि 'हमारी शादी के लिए' चाहिए, जबकि वास्तव में यह ब्लैकमेलिंग का हिस्सा था। वह पैसों के एवज में उसे 'आजाद' करने का झूठा वादा करता, लेकिन एक मांग पूरी होने पर दूसरी रख देता।

पीड़िता की असहाय स्थिति परिवार की प्रतिष्ठा और अपने करियर की चिंता में पीड़िता ने कुछ रकम दी भी, लेकिन 1 करोड़ जैसी विशाल राशि देना संभव नहीं था। इससे वह और अधिक तोड़ दी गईं।

FIR और तहकीकात हाल ही में (नवंबर 2025 के आसपास) पीड़िता ने साहस जुटाकर बेंगलुरु पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत में स्टॉकिंग (पीछा करना), धमकाना, यौन उत्पीड़न, ब्लैकमेल और IPC की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।

हिरासत में लिया गया बेंगलुरु पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी अरविंद वेंकटेश रेड्डी को स्टॉकिंग और उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसके मोबाइल, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं जिनसे ब्लैकमेलिंग के प्रमाण मिले हैं। जांच अभी चल रही है और पीड़िता के बयान दर्ज कर लिए गए हैं।

पुलिस अधिकारी का बयान बेंगलुरु पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "यह केस महिलाओं के विरुद्ध साइबर अपराध और स्टॉकिंग का विशिष्ट उदाहरण है। हम पीड़िता को संपूर्ण सुरक्षा प्रदान करेंगे और आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"

यह मामला कन्नड़ सिनेमा में #MeToo आंदोलन जैसी बहस को पुनः जीवित कर रहा है। इससे पहले मलयालम इंडस्ट्री में जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट ने यौन शोषण के अंधेरे पहलुओं को उजागर किया था, जिसमें 'सेक्स ऑन डिमांड' जैसी कुप्रथा का खुलासा हुआ। अब कन्नड़ फिल्म जगत में भी महिला कलाकारों की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न खड़े हो रहे हैं।

पीड़िता का बयान "मुझे लगा था कि यह प्यार है, लेकिन यह तो सिर्फ एक obsession था। मैं अपनी कहानी इसलिए सामने ला रही हूं ताकि कोई दूसरी महिला इस जाल में न फंसे।"