Ad Image
Ad Image
दिल्ली पुलिस ने साइबर अपराधियों के लिए चलाया साईं हॉक अभियान, 48 घंटे में 800 गिरफ्तार || झारखंड की मंत्री दीपिका पाण्डेय का EC पर हमला, SIR के कारण हारा महागठबंधन || पूर्वी चंपारण के रक्सौल में VIP पार्टी के अनुमंडल प्रमुख की गोली मार हत्या || राष्ट्रपति ट्रंप ने यूक्रेन से शांति समझौते के प्रस्ताव को जल्दी स्वीकार करने का आग्रह किया || ईरान पर अमेरिका की सख्ती, आज नए प्रतिबंधों का किया ऐलान || BJP को 90 पर लीड, JDU को 80 पर लीड, महागठबंधन फेल || नीतीश कुमार CM हैं और आगे भी रहेंगे: जेडीयू की प्रतिक्रिया || NDA को शानदार बढ़त, 198 पर लीड जबकि महागठबंधन को 45 पर लीड || तुर्की : सैन्य विमान दुर्घटना में मृत सभी 20 सैनिकों के शव बरामद || RJD के एम एल सी सुनील सिंह का भड़काऊ बयान, DGP के आदेश पर FIR

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

ब्यूटी ब्रांड के नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग? इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर पर ED का शिकंजा

नेशनल डेस्क, नीतीश कुमार |

ब्यूटी ब्रांड के नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग? 12 लाख फॉलोअर्स वाली इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर पर ED का शिकंजा 

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर संदीपा विर्क को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। इंस्टाग्राम पर उनके करीब 12 लाख फॉलोअर्स हैं और वह ब्यूटी ब्रांड ‘हाइबूकेयर’ की संस्थापक हैं। एजेंसी के मुताबिक, विर्क को 12 अगस्त को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत हिरासत में लिया गया और कोर्ट ने 14 अगस्त तक ED रिमांड पर भेज दिया।

ED ने 12 और 13 अगस्त को दिल्ली और मुंबई में छापेमारी की। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, यह कार्रवाई विर्क और उनके सहयोगियों के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा है। उन पर झूठी जानकारी देकर अनुचित प्रभाव डालने और फर्जी बहाने से धन जुटाकर लोगों को धोखा देने के आरोप हैं। तलाशी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए और उनसे जुड़े अहम लोगों के बयान दर्ज हुए।

यह जांच पंजाब पुलिस की दर्ज प्राथमिकी के आधार पर शुरू हुई। एजेंसी का कहना है कि विर्क ने झूठे वादों से अचल संपत्ति खरीदी और उनका ब्यूटी ब्रांड ‘हाइबूकेयर’ महज एक मुखौटा था। वेबसाइट पर यूज़र रजिस्ट्रेशन नहीं है, पेमेंट गेटवे में दिक्कतें हैं, सोशल मीडिया पर कम सक्रियता है, व्हाट्सएप नंबर बंद है और संगठन की जानकारी पारदर्शी नहीं है, जिससे यह संकेत मिलता है कि यह मनी लॉन्ड्रिंग का जरिया था।

ED का दावा है कि विर्क, रिलायंस कैपिटल के पूर्व निदेशक अंगाराई नटराजन सेथुरमन के साथ नियमित संपर्क में थीं। उनके घर से तलाशी में गड़बड़ियों के सबूत मिले और निजी लाभ के लिए धन के दुरुपयोग का खुलासा हुआ। आरोप है कि 18 करोड़ रुपये ऋण देने में नियमों का उल्लंघन हुआ और बिना उचित प्रक्रिया के 22 करोड़ रुपये का होम लोन जारी किया गया, जिसका बड़ा हिस्सा गबन कर अभी तक चुकाया नहीं गया। हालांकि, सेथुरमन ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि लोन नियमानुसार दिए गए और उनका विर्क या उनकी गतिविधियों से कोई लेना-देना नहीं है।