
विदेश डेस्क, ऋषि राज |
ब्राजील से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहाँ मात्र 22 साल की एक महिला युवा वकील की मौत CT स्कैन के दौरान हो गई। यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही और चिकित्सा प्रक्रियाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार,महिला वकील को एक साधारण स्वास्थ्य जांच के हिस्से के रूप में अस्पताल में CT स्कैन कराने की सलाह दी गई थी। बताया जा रहा है कि जब उन्हें स्कैन मशीन में ले जाया गया, तभी अचानक उनकी हालत बिगड़ने लगी। अस्पताल सूत्रों का कहना है कि स्कैन प्रक्रिया शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद मरीज को सांस लेने में दिक्कत हुई और उनका ब्लड प्रेशर गिरने लगा। चिकित्सकों ने तुरंत इलाज शुरू किया, लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन की गंभीर लापरवाही के कारण यह दुखद घटना घटी। उनका कहना है कि मरीज को स्कैन से पहले सही तरीके से मेडिकल हिस्ट्री नहीं पूछी गई और ना ही किसी संभावित जोखिम के बारे में जानकारी दी गई। वहीं, प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि स्कैन से पहले दिए गए कॉन्ट्रास्ट डाई से एलर्जिक रिएक्शन हुआ, जिसने वकील की जान ले ली। कई मामलों में यह डाई शरीर में अचानक रिएक्शन कर सकती है, जिससे हार्ट अटैक या श्वसन संबंधी जटिलताएँ हो सकती हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही, अस्पताल के कुछ कर्मचारियों से पूछताछ भी की जा रही है। ब्राजीलियन बार एसोसिएशन ने इस घटना पर गहरा दुख जताते हुए इसे एक गंभीर चिकित्सीय लापरवाही करार दिया है। संगठन ने सरकार से मांग की है कि मेडिकल सुविधाओं में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए जाएँ।
यह घटना केवल ब्राजील ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक चेतावनी है कि आधुनिक चिकित्सा तकनीक का उपयोग सावधानीपूर्वक और पूरी सुरक्षा मानकों के साथ होना चाहिए। मरीजों और उनके परिवारों को भी जागरूक रहना होगा और ऐसे किसी भी मेडिकल टेस्ट से पहले उसके संभावित दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी अवश्य लेनी चाहिए।