स्पोर्ट्स डेस्क, नीतीश कुमार
तस्मानिया की ठंडी हवाएं संकेत दे रही हैं कि कल बेलेरिव ओवल में सीरीज़ का निर्णायक मुकाबला होगा। ऑस्ट्रेलिया 1-0 की बढ़त के साथ आत्मविश्वास में है, जबकि भारत के लिए अब सब कुछ दांव पर है। सम्मान, संतुलन और वापसी का मौका। यह सिर्फ़ क्रिकेट नहीं, हौसले और जज़्बे की लड़ाई होगी।
ऑस्ट्रेलिया तीसरे टी20 में अपनी लय और नियंत्रण के साथ मैदान में उतरेगा। कप्तान मिशेल मार्श ने पिछले मैच में संयम और आक्रामकता के बेहतरीन मिश्रण से नेतृत्व किया था। ट्रैविस हेड के साथ उनकी सलामी जोड़ी गति और दबाव दोनों में विपक्ष पर हावी हो सकती है। मध्यक्रम में जोश इंगलिस, टिम डेविड और मैथ्यू शॉर्ट जैसे बल्लेबाज़ हैं जो कुछ ही ओवरों में मैच का रुख बदल सकते हैं।
गेंदबाज़ी में जोश हेजलवुड की अनुपस्थिति महसूस होगी, उनकी जगह सीन एबॉट नई गेंद से ज़िम्मेदारी निभाएंगे, जबकि ज़ेवियर बार्टलेट शुरुआती ओवरों में तालमेल बैठाने की कोशिश करेंगे। नाथन एलिस नियंत्रण में मदद करेंगे और एडम जम्पा का स्पिन एक बार फिर भारत के लिए चुनौती होगा। मार्कस स्टोइनिस टीम में गहराई और संतुलन जोड़ेंगे। कुल मिलाकर, यह एक आत्मविश्वासी और सुसंगठित ऑस्ट्रेलियाई इकाई है। वहीं भारत के लिए यह "करो या मरो" की रात होगी। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम ने पिछले साल टी20 में शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन मेलबर्न में मिली हार ने याद दिलाया कि क्रिकेट में कुछ भी निश्चित नहीं होता। अभिषेक शर्मा की 68 रनों की जुझारू पारी उस हार में एकमात्र उजाला थी, और अब वे शुभमन गिल के साथ मजबूत शुरुआत की उम्मीद रखेंगे।
सूर्यकुमार यादव को अपनी पुरानी लय और सहज आक्रामकता वापस लानी होगी। मध्यक्रम में संजू सैमसन, तिलक वर्मा और हर्षित राणा की भूमिका अहम होगी, जबकि अक्षर पटेल और शिवम दुबे फिनिशिंग में स्थिरता देंगे। पिछले मैच में शांत रहे जसप्रीत बुमराह से टीम को इस बार आग उगलने की उम्मीद है- उनका और मार्श का टकराव मैच की दिशा तय कर सकता है। हर्षित राणा तेज़ी और ऊर्जा लाएंगे, जबकि कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती मिडिल ओवरों में नियंत्रण की कोशिश करेंगे। बेलेरिव ओवल का मैदान छोटा है, लेकिन इसमें साहस को इनाम मिलता है। शुरुआती ओवरों में गेंद स्विंग ले सकती है, पर बाद में बल्लेबाज़ों के लिए रन बनाना आसान होगा। आमतौर पर यहां 180 का स्कोर प्रतिस्पर्धी माना जाता है, और टॉस जीतने वाली टीम शायद लक्ष्य का पीछा करना चुने।
हालांकि ऑस्ट्रेलिया फिलहाल बेहतर ताल में है, लेकिन भारत के पास गौरव और अनुभव का सहारा है। पिछले आठ टी20 में भारत ने पांच जीत दर्ज की हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ दो में सफलता मिली है। मगर आंकड़े हमेशा कहानी नहीं कहते - कुछ रातें सिर्फ़ इरादों से लिखी जाती हैं। अगर मार्श और हेड शुरुआत में रन बरसा देते हैं, तो भारत के गेंदबाज़ों के लिए यह रात कठिन हो सकती है। लेकिन अगर बुमराह शुरुआती झटके देते हैं और सूर्यकुमार अपनी पहचान वाले बेखौफ अंदाज़ में टीम का नेतृत्व करते हैं, तो भारत शानदार वापसी कर सकता है।
यह सिर्फ़ सीरीज़ का आखिरी मैच नहीं, बल्कि दो टीमों की मानसिक मज़बूती, रणनीति और जुनून की परीक्षा है - एक ऐसा मुक़ाबला जो यह तय करेगा कि अंत में याद किसका नाम रहेगा। ऑस्ट्रेलिया: मिशेल मार्श (कप्तान), ट्रैविस हेड, जोश इंगलिस (विकेटकीपर), मैथ्यू शॉर्ट, टिम डेविड, मार्कस स्टोइनिस, ग्लेन मैक्सवेल, जोश हेजलवुड, ज़ेवियर बार्टलेट, नाथन एलिस, एडम जम्पा, सीन एबॉट, मैट कुहनेमन, एरॉन हार्डी, बेन मैकडरमॉट।
भारत: सूर्यकुमार यादव (कप्तान), संजू सैमसन (विकेटकीपर), अभिषेक शर्मा, शुभमन गिल, तिलक वर्मा, रिंकू सिंह, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, हर्षित राणा, जसप्रीत बुमराह, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती, अर्शदीप सिंह, रवि बिश्नोई, वाशिंगटन सुंदर।







