
नेशनल डेस्क, ऋषि राज |
इजरायल के राजदूत रुवेन अजार ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गाजा शांति योजना से भारत जैसे देशों को क्षेत्र में पुनर्निर्माण और आर्थिक गतिविधियों में योगदान करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत पश्चिम एशिया में लंबे समय से शांति का समर्थन करता रहा है और भविष्य में भी उसकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रहेगी।
ट्रंप की शांति योजना पर भारत की प्रतिक्रिया का स्वागत
अजार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ट्रंप की गाजा शांति योजना का स्वागत करने पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। मोदी ने हाल ही में कहा था कि यह योजना फिलिस्तीन और इजरायल के बीच संघर्ष समाप्त करने तथा पूरे पश्चिम एशिया क्षेत्र में दीर्घकालिक शांति और विकास का मार्ग प्रशस्त कर सकती है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अजार ने कहा, “हम प्रधानमंत्री मोदी के बयान का स्वागत करते हैं। भारत क्षेत्र के लिए सकारात्मक भूमिका निभा रहा है और हम इसका स्वागत करेंगे।”
भारत की संभावित भूमिका
इजरायली राजदूत ने स्पष्ट किया कि भारत गाजा में पुनर्निर्माण और आर्थिक विकास की गतिविधियों में अहम भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत आज विश्व का नया निर्माता बनकर उभरा है और उसकी निर्माण एवं अवसंरचना क्षमताएं वैश्विक स्तर पर सराही जाती हैं।
उन्होंने कहा, “जैसे आप भारत का निर्माण कर रहे हैं, हम चाहते हैं कि आप हमारे क्षेत्रों का भी निर्माण करें। आप इसे करने में सक्षम हैं और हम आपके सहयोग की प्रतीक्षा कर रहे हैं।”
अजार ने यह भी कहा कि गाजा में आर्थिक परियोजनाओं के संदर्भ में भारत का योगदान स्थानीय जनता के लिए रोजगार, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास के नए अवसर पैदा कर सकता है। उन्होंने विशेष रूप से ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा और आवास परियोजनाओं को उन क्षेत्रों के रूप में रेखांकित किया जहां भारत बड़ा योगदान दे सकता है।
इजरायल और भारत के रिश्तों पर सकारात्मक प्रभाव
राजदूत ने कहा कि गाजा शांति योजना में भारत की भागीदारी से न केवल क्षेत्र में स्थायित्व बढ़ेगा, बल्कि भारत-इजरायल रिश्तों को भी और मजबूत करने का अवसर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इजरायल सरकार भारत के सहयोग को लेकर आभारी है और दोनों देशों के बीच तकनीक, रक्षा, कृषि और जल प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में पहले से ही व्यापक सहयोग चल रहा है। अब यह सहयोग शांति और विकास परियोजनाओं तक भी विस्तारित हो सकता है।
भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि
विशेषज्ञों का मानना है कि पश्चिम एशिया में भारत की सक्रिय भूमिका उसकी अंतरराष्ट्रीय छवि को और मजबूत करेगी। भारत लंबे समय से ‘वैश्विक दक्षिण’ की आवाज़ बनकर उभर रहा है और उसकी नीति हमेशा शांति, सहअस्तित्व और विकास पर केंद्रित रही है। गाजा में संभावित पुनर्निर्माण परियोजनाओं के जरिये भारत न केवल मानवीय आधार पर योगदान देगा बल्कि वैश्विक राजनीति में एक जिम्मेदार शक्ति के रूप में अपनी स्थिति को और सुदृढ़ करेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की गाजा शांति योजना ने फिलहाल पश्चिम एशिया में नई उम्मीद जगाई है। इजरायल ने भारत को इसमें एक अहम सहयोगी के रूप में देखा है और प्रधानमंत्री मोदी के बयान ने इस दृष्टिकोण को और बल दिया है। यदि भारत भविष्य में गाजा के पुनर्निर्माण में सक्रिय भागीदारी करता है, तो यह न केवल क्षेत्र में शांति को मजबूती देगा, बल्कि भारत को वैश्विक शांति और विकास के एक प्रमुख भागीदार के रूप में स्थापित करेगा।