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रिपोर्ट: वेरोनिका राय
नई दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद रखने के फैसले को एक बार फिर बढ़ा दिया है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एक आधिकारिक NOTAM (Notice to Airmen) जारी कर पुष्टि की है कि यह प्रतिबंध अब 23 जून 2025 तक प्रभावी रहेगा। यह निर्णय भारत की सुरक्षा चिंताओं और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के मद्देनज़र लिया गया है।
नवीनतम NOTAM के अनुसार, पाकिस्तान द्वारा पंजीकृत, स्वामित्व, संचालन या लीज पर लिए गए किसी भी प्रकार के विमान — जिनमें सैन्य और नागरिक दोनों श्रेणियां शामिल हैं — को भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। यह प्रतिबंध अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लागू किया गया था, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी।
इस हमले के बाद पाकिस्तान ने 24 अप्रैल को भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था। भारत ने 30 अप्रैल को जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के विमानों के लिए अपने एयरस्पेस को बंद किया। अब दोनों देशों ने इन प्रतिबंधों को जून के अंत तक बढ़ा दिया है। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान का प्रतिबंध 24 जून 2025 तक लागू रहेगा।
इस प्रतिबंध का सीधा प्रभाव दोनों देशों की एयरलाइनों पर पड़ा है। भारतीय और पाकिस्तानी एयरलाइनों को अब लंबा मार्ग अपनाना पड़ रहा है, जिससे उड़ानों की अवधि और परिचालन लागत दोनों बढ़ रही हैं। Reuters की एक रिपोर्ट के अनुसार, एयर इंडिया को इस एयरस्पेस बंदी के चलते अगले 12 महीनों में लगभग 600 मिलियन डॉलर का नुकसान होने का अनुमान है।
विमानों को अब खाड़ी देशों, ईरान और अफगानिस्तान जैसे वैकल्पिक मार्गों से गुजरना पड़ रहा है। इससे न केवल उड़ानों का समय 60 से 90 मिनट तक बढ़ गया है, बल्कि यात्रियों को भी असुविधा हो रही है।
NOTAM क्या है?
NOTAM एक आधिकारिक अधिसूचना होती है जिसे एयर ट्रैफिक कंट्रोल अथॉरिटी द्वारा जारी किया जाता है। इसका उद्देश्य उड़ान संचालकों और पायलटों को किसी हवाई क्षेत्र में अस्थायी या स्थायी बदलावों के बारे में सूचित करना होता है, जिससे उड़ानों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
हालांकि DGCA की ओर से जारी NOTAM में सुरक्षा कारणों को स्पष्ट रूप से प्राथमिकता दी गई है, लेकिन एविएशन विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह स्थिति लंबी चली, तो इससे दोनों देशों की विमानन नीतियों और यात्रियों की आवाजाही पर दीर्घकालिक असर पड़ सकता है।