
राष्ट्रीय डेस्क, आर्या कुमारी |
भारतीय न्यायपालिका में नया अध्याय: 2027 में आएगी पहली महिला CJI, 8 साल में 8 चीफ जस्टिस...
भारत के सुप्रीम कोर्ट में आगामी आठ वर्षों में आठ नए चीफ जस्टिस पद संभालेंगे, जिसमें 2027 में देश की प्रथम महिला चीफ जस्टिस भी शामिल होगी। वर्तमान चीफ जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई के 23 नवंबर 2025 को सेवानिवृत्त होने के पश्चात, जस्टिस सूर्यकांत 9 फरवरी 2027 तक सर्वोच्च न्यायालय का नेतृत्व करेंगे।
उनके बाद 10 फरवरी से 23 सितंबर 2027 तक जस्टिस विक्रम नाथ कार्यभार संभालेंगे। इसके उपरांत 24 सितंबर 2027 से 29 अक्तूबर 2027 तक मात्र 36 दिनों के कार्यकाल में जस्टिस बीवी नागरत्ना भारत की प्रथम महिला चीफ जस्टिस बनेंगी। वे पूर्व चीफ जस्टिस इंगलगुप्पे सीतारमैया वेंकटरमैया की पुत्री हैं, जिससे पिता-पुत्री के चीफ जस्टिस बनने का अनूठा रिकॉर्ड स्थापित होगा।
अब तक केवल पिता-पुत्र की जोड़ी - जस्टिस यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ और उनके पुत्र जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ का ही यह सम्मान प्राप्त है। 30 अक्टूबर 2027 से 2 मई 2028 तक जस्टिस पामिदीघंटम श्री नरसिम्हा चीफ जस्टिस का पद संभालेंगे। वे जस्टिस एस एम सीकरी और जस्टिस उदय उमेश ललित के बाद वकील के रूप में सीधे सुप्रीम कोर्ट जज बनकर चीफ जस्टिस पद तक पहुंचने वाले तीसरे व्यक्ति होंगे। 3 मई 2028 को जस्टिस जमशेद बुर्जोर पारदीवाला चीफ जस्टिस पद की शपथ लेंगे। उनका कार्यकाल कई दशकों में सबसे लंबा होगा - दो साल तीन महीने सात दिन, जो जस्टिस चंद्रचूड़ के कार्यकाल से भी अधिक है।
11 अगस्त 2030 को जस्टिस पारदीवाला की सेवानिवृत्ति के उपरांत, 12 अगस्त 2030 को जस्टिस केवी विश्वनाथन नए चीफ जस्टिस बनेंगे। वे 25 मई 2031 तक लगभग नौ महीने इस पद पर रहेंगे। जस्टिस विश्वनाथन वकालत के पेशे से सीधे सुप्रीम कोर्ट जज बनकर चीफ जस्टिस बनने वाले चौथे शख्स होंगे।
26 मई 2031 से 2 अक्टूबर 2031 तक चार महीने से अधिक की अवधि के लिए जस्टिस जॉयमाल्य बागची देश के चीफ जस्टिस होंगे।
अंततः 3 अक्टूबर 2031 को जस्टिस विपुल मनुभाई पंचोली भारत की सर्वोच्च न्यायपालिका की कमान संभालेंगे और 27 मई 2033 तक लगभग एक साल नौ महीने से अधिक इस पद पर रहेंगे।