
नेशनल डेस्क, श्रेया पांडेय |
भारतीय शेयर बाजार में बूम, सेंसेक्स में 700 अंकों की भारी बढ़त: जीएसटी नीतियों में सुधार ने जगाया निवेशकों का भरोसा...
नई दिल्ली: भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को जबरदस्त उछाल देखने को मिला, जहां सेंसेक्स 700 अंकों की भारी बढ़त के साथ बंद हुआ। इस शानदार तेजी का मुख्य कारण सरकार द्वारा जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) नीतियों में किए गए हालिया और व्यापक सुधार हैं, जिन्होंने निवेशकों के बीच एक नई उम्मीद और आत्मविश्वास जगाया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुई जीएसटी परिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए, जिससे कई उपभोक्ता वस्तुओं, ऑटोमोबाइल, और अन्य क्षेत्रों में टैक्स दरों में कमी आई है। इन बदलावों को बाजार के जानकार "उपभोग को पुनर्जीवित करने वाला बम" मान रहे हैं, जिससे अर्थव्यवस्था में एक नई जान आने की उम्मीद है।
जीएसटी दरों में कटौती से विभिन्न क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। ऑटोमोबाइल सेक्टर को सबसे बड़ा फायदा हुआ है, क्योंकि दोपहिया वाहनों और छोटी कारों पर जीएसटी 28% से घटाकर 18% कर दिया गया है। इसके अलावा, एसयूवी पर भी टैक्स में 5-10% की कटौती की गई है, जिससे इन गाड़ियों की कीमतें कम होने की उम्मीद है। इसका सीधा असर ऑटोमोबाइल कंपनियों के शेयरों पर दिखा और उनमें जोरदार तेजी आई। इसी तरह, एफएमसीजी (फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स) सेक्टर को भी बड़ा लाभ मिला है, क्योंकि बिस्कुट, नूडल्स, साबुन, और शैम्पू जैसे रोजमर्रा के सामानों पर टैक्स दरों को 18% से घटाकर 5% कर दिया गया है। इससे इन कंपनियों के लिए मांग बढ़ने की संभावना है, जो उनके राजस्व और मुनाफे को बढ़ाएगी।
निवेशकों के बीच यह धारणा मजबूत हुई है कि सरकार का यह कदम केवल एक तात्कालिक राहत नहीं है, बल्कि यह एक दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है। इस कदम से न केवल महंगाई पर लगाम लगने की उम्मीद है, बल्कि यह घरेलू मांग को भी बढ़ावा देगा, जो अर्थव्यवस्था की वृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है। सीमेंट और बीमा जैसे अन्य क्षेत्रों को भी जीएसटी सुधारों से फायदा हुआ है। सीमेंट पर जीएसटी 28% से 18% कर दिया गया है, जबकि जीवन और स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों को जीएसटी से छूट दी गई है, जिससे इन क्षेत्रों से जुड़े शेयरों में भी तेजी आई है।
कुल मिलाकर, जीएसटी नीतियों में ये बदलाव एक सकारात्मक संकेत हैं कि सरकार आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। निवेशकों का मानना है कि इन सुधारों से कंपनियों का मुनाफा बढ़ेगा, जिससे शेयर बाजार में और भी तेजी आ सकती है। हालांकि, कुछ विश्लेषकों ने यह भी चेतावनी दी है कि वैश्विक व्यापार तनाव और अन्य बाहरी कारकों के कारण बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है। इसके बावजूद, गुरुवार को बाजार की भारी बढ़त ने यह साबित कर दिया है कि घरेलू निवेशक जीएसटी सुधारों को लेकर बेहद उत्साहित हैं, और उन्हें भारतीय अर्थव्यवस्था के भविष्य पर पूरा भरोसा है।