स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी |
बिहार विधानसभा चुनाव के नामांकन के अंतिम दिन महागठबंधन में खींचतान बनी रही, हालांकि लालगंज सीट पर सहमति बनने से थोड़ी राहत मिली। नरकटियागंज में राजद और कांग्रेस के बीच मुकाबला जारी है, जबकि चैनपुर में भी घटक दल आमने-सामने आ गए। लालगंज में कांग्रेस उम्मीदवार के नाम वापस लेने से राजद प्रत्याशी का रास्ता साफ हो गया।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन के आखिरी दिन तक महागठबंधन में मतभेद बने रहे। वहीं, एक सीट पर समझौते से नेताओं ने राहत की सांस ली।
नरकटियागंज में राजद-कांग्रेस की सीधी टक्कर
जासं, बेतिया: नरकटियागंज सीट को लेकर महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बन सकी। यहां कांग्रेस और राजद, दोनों ने अपने-अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं। राजद से उद्योगपति और बगहा चीनी मिल के मालिक दीपक यादव ने सोमवार को समर्थकों के बीच नामांकन किया। वहीं, कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री केदार पांडेय के पौत्र शाश्वत केदार पांडेय ने भी नामांकन दाखिल किया। नामांकन के दौरान दोनों उम्मीदवार आमने-सामने आए, गले मिले और एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं। इस दोस्ताना मुकाबले से महागठबंधन कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति है।
चैनपुर में घटक दलों की भिड़ंत
कैमूर के चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में राजद और वीआईपी ने भी अपने-अपने उम्मीदवार उतार दिए। राजद से बृजकिशोर बिंद और वीआईपी से बाल गोविंद बिंद ने नामांकन किया। वहीं, एनडीए की ओर से जदयू प्रत्याशी और मंत्री जमा खां मैदान में हैं, जिन्होंने पिछला चुनाव बसपा के टिकट पर जीता था और बाद में जदयू में शामिल हो गए थे।
लालगंज में बनी सहमति
लालगंज से कांग्रेस उम्मीदवार आदित्य कुमार उर्फ राजा ने नामांकन वापस ले लिया है। अब यहां से राजद की उम्मीदवार शिवानी शुक्ला (पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला व अन्नु शुक्ला की पुत्री) मैदान में हैं। इसके साथ ही महुआ से मनोज कुमार (राइटटूरिकॉल पार्टी), बैद्यनाथ प्रसाद राय (भारतीय राष्ट्रीय दल) और महनार से निर्दलीय शीतल गुप्ता ने भी नामांकन वापस लिया है।
JMM ने छोड़ा साथ
महागठबंधन की सहयोगी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने बिहार चुनाव से अलग होने का ऐलान किया है। पार्टी ने राजद और कांग्रेस पर विश्वासघात का आरोप लगाया और कहा कि झारखंड में भी गठबंधन की समीक्षा की जाएगी।







