महिला वर्ल्ड कप: भारत तीसरी बार फाइनल में, इतिहास में पहली बार नहीं होंगी इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया
नेशनल डेस्क - आर्या कुमारी
महिला वनडे विश्व कप के अब तक 12 संस्करण खेले जा चुके हैं, और यह 13वां संस्करण है. इस बार इतिहास रचने वाला फाइनल होगा, क्योंकि पहली बार इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया में से कोई भी टीम फाइनल में नहीं होगी.
महिला वनडे विश्व कप 2025 का दूसरा सेमीफाइनल गुरुवार को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया. भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश किया. अब फाइनल में भारत का मुकाबला 2 नवंबर को इसी स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका से होगा. यह तीसरी बार है जब भारत वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंचा है, जबकि दक्षिण अफ्रीका पहली बार फाइनल खेलेगा. दोनों टीमें अब तक खिताब से दूर हैं, इसलिए इस बार एक नया चैंपियन तय है.
पहली बार ऐसा होगा
महिला वर्ल्ड कप के इतिहास में यह पहली बार है जब इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया में से कोई भी टीम फाइनल में नहीं पहुंचेगी. महिलाओं का पहला वनडे विश्व कप 1973 में हुआ था, जिसे इंग्लैंड ने जीता था. तब से अब तक हुए 12 संस्करणों में हर बार या तो इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया फाइनल में रही हैं, लेकिन 13वें संस्करण में यह सिलसिला टूट गया है.
फाइनल में भारत का रिकॉर्ड
भारतीय टीम पहले 2005 और 2017 में वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंच चुकी है. दोनों बार उसे हार का सामना करना पड़ा. 2005 में दक्षिण अफ्रीका में खेले गए फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 98 रन से हराया था. वहीं, 2017 में इंग्लैंड में हुए फाइनल में भारत 9 रन से हार गया था.
पहले खिताब की तलाश
भारत दो बार फाइनल खेल चुका है, जबकि दक्षिण अफ्रीका पहली बार फाइनल में पहुंचा है. ऐसे में अनुभव के लिहाज से भारतीय टीम को बढ़त मिल सकती है. हालांकि, इंग्लैंड को हराकर फाइनल में पहुंची दक्षिण अफ्रीकी टीम का आत्मविश्वास भी ऊंचा है. दोनों टीमें अपने पहले खिताब के लिए उतरेंगी, जिससे मुकाबला रोमांचक रहने की उम्मीद है. भारत के पास तीसरे प्रयास में अपना पहला वनडे विश्व कप जीतने का सुनहरा मौका है.
भारत-ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए फोएबे लिचफिल्ड की 119 रन की शानदार पारी की बदौलत 338 रन बनाए थे. जवाब में भारत ने जेमिमा रोड्रिग्स के नाबाद 127 और कप्तान हरमनप्रीत कौर के 89 रन की पारी की बदौलत 48.3 ओवर में 5 विकेट पर 341 रन बनाकर 5 विकेट से जीत दर्ज की.







