
स्टेट डेस्क, वेरोनिका राय |
मां का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान : राहुल-तेजस्वी की टिप्पणी पर एनडीए का तीखा हमला, पोस्टर का टैग रातोंरात बदला....
पूर्णिया/दरभंगा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनकी स्वर्गीय मां और बहन को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव की टिप्पणी पर बिहार की राजनीति गरमा गई है। एनडीए ने इस बयान को बड़ा मुद्दा बनाते हुए महागठबंधन पर जोरदार हमला बोला है। इसी के चलते शुक्रवार को पूर्णिया में आयोजित एनडीए सम्मेलन के पोस्टरों का मुख्य टैग रातोंरात बदल दिया गया। अब यह स्लोगन हर पोस्टर पर दिखा "मां का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान"।
दरभंगा में शुरू हुआ विवाद, पूर्णिया में बना बड़ा मुद्दा
दरभंगा में "वोटर अधिकार यात्रा" के दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने मंच से प्रधानमंत्री मोदी को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की। आरोप है कि उनके बयान में पीएम मोदी की स्वर्गीय मां और बहन को भी घसीटा गया। इस टिप्पणी को लेकर एनडीए ने इसे राजनीतिक मर्यादा से गिरा हुआ कदम बताया और जनता की भावनाओं से जुड़ा मुद्दा बना दिया।
पूर्णिया सदर विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार को कलाभवन परिसर में एनडीए का सम्मेलन आयोजित हुआ। सम्मेलन से पहले ही भाजपा, जदयू और हम के स्थानीय नेताओं ने पोस्टरों का टैग बदलने का फैसला लिया। रातोंरात पूरे परिसर में "मां का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान" वाले नए पोस्टर लगा दिए गए।
सम्मेलन में बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा, बिहार सरकार की मंत्री लेशी सिंह और अन्य प्रमुख नेताओं ने इस मुद्दे को अपने भाषणों में प्रमुखता से उठाया।
विशेषकर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा—"राजनीति में विरोध की जगह है, लेकिन प्रधानमंत्री की मां जैसी दिवंगत महिला पर टिप्पणी करना राजनीतिक शुचिता के खिलाफ है।"
एनडीए कार्यकर्ताओं में दिखा जबरदस्त जोश
सम्मेलन के दौरान बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। जैसे ही मंच से "मां का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान" का नारा लगा, पूरा सभागार तालियों और मोदी समर्थक नारों से गूंज उठा। नेताओं ने इसे सिर्फ एक पोस्टर का स्लोगन नहीं बल्कि जनता की भावनाओं की आवाज बताया।
महागठबंधन पर पड़ा असर, नेताओं की जुबान बंद
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की यात्रा से महागठबंधन को मिलने वाले संभावित राजनीतिक लाभ को इस विवाद ने कमजोर कर दिया है। एनडीए को एक ऐसा मुद्दा मिल गया है जो आम जनता के दिल तक पहुंच रहा है।
महागठबंधन के कई नेताओं ने निजी बातचीत में स्वीकार किया कि यह मामला जनता में गहरी प्रतिक्रिया पैदा कर रहा है और दूरगामी असर छोड़ सकता है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भी साधा निशाना
गुरुवार को ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जयसवाल और कई वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के बयान को लेकर तीखा हमला किया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पर व्यक्तिगत टिप्पणी करना जनता के अपमान के बराबर है।
इस पूरे विवाद से एनडीए कार्यकर्ताओं में जोश बढ़ा है और भाजपा-जदयू इसे लोकसभा चुनाव से पहले बड़े जनभावनात्मक मुद्दे के रूप में पेश करने की तैयारी कर रहे हैं। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, विपक्षी नेताओं के इस बयान ने एनडीए को ऐसा मौका दिया है जिससे वह ग्रामीण और शहरी दोनों मतदाताओं तक भावनात्मक रूप से जुड़ सकता है।
दरभंगा में शुरू हुआ यह विवाद अब बिहार की राजनीति के केंद्र में आ गया है। एनडीए ने इसे बड़े जनआंदोलन की तरह उठाने के संकेत दिए हैं, और "मां का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान" का नारा आने वाले दिनों में भाजपा और सहयोगी दलों के अभियान का प्रमुख हिस्सा बन सकता है।