
लोकल डेस्क, एन. के. सिंह।
भारतीय नकदी रुपए की बरामदगी, भारत की सुरक्षा पर सवाल। मोतिहारी और एस एस बी की संयुक्त कार्रवाई में पकड़े गए 5 विदेशी नागरिकों से पूछताछ जारी।
पूर्वी चम्पारण: भारत नेपाल सीमा क्षेत्र विदेशी नागरिकों की शरणस्थली बन चुका है। जो भारत की सुरक्षा एजेंसी पर सवाल खड़ा कर रहा है। सवाल यह उठता है कि पकड़े गए इन विदेशी नागरिकों के पास से भारतीय आधार कार्ड की बरामदगी यह बताती है कि पकड़े गए विदेशी नागरिक भारत नेपाल सीमाई क्षेत्रों में आसानी से वहां के लोगों को पैसे की लालच देकर फर्जी आधार कार्ड बनवा लेते हैं और उसी आधार पर रहते हैं और भारत की सुरक्षा व्यवस्था एवं अन्य गतिविधियों की जानकारी वहां से दे रहे है।
पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (SSB) की एक बड़ी संयुक्त कार्रवाई ने भारत की आंतरिक सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शुक्रवार, 20 सितंबर, 2025 की रात को एक विशेष छापेमारी अभियान में पांच विदेशी नागरिकों को जाली भारतीय आधार कार्ड और भारी मात्रा में नकदी के साथ गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी ऐसे समय हुई है जब भारतीय गद्दारों के गठजोड़ से ऐसे विदेशी तत्वों को देश में शरण मिलने की आशंका गहरा रही है।
गुप्त सूचना और त्वरित कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर, सिकरहना डीएसपी उदय शंकर के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि पाँच संदिग्ध विदेशी नागरिक अगरवा गांव से घोड़ासहन बस स्टैंड की ओर जा रहे हैं और उनका इरादा पटना जाने का है।
सूचना मिलते ही, घोड़ासहन थाना और एसएसबी की 71वीं वाहिनी की एक संयुक्त टीम ने बस स्टैंड पर घेराबंदी कर दी। रात करीब 9 बजे, तलाशी और छापेमारी के दौरान चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ और तलाशी में उनके पास से सूडान देश के पासपोर्ट, भारतीय आधार कार्ड, 30,460 नकद और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद हुए।
आधार कार्ड फर्जी, भारत में शरण स्थली का खुलासा
जांच के दौरान, इन विदेशियों के पास से मिले भारतीय आधार कार्ड फर्जी पाए गए, जिससे यह साबित हो गया कि ये लोग अवैध रूप से भारत में रह रहे थे। पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने एक और विदेशी नागरिक को घोड़ासहन बाजार से गिरफ्तार किया। लंबी पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ कि गिरफ्तार किए गए चार व्यक्ति सूडान के नागरिक हैं, जबकि पांचवां बोलिविया का नागरिक है। इस गिरफ्तारी से यह साफ होता है कि भारत कुछ विदेशी तत्वों के लिए एक सुरक्षित शरण स्थली बनता जा रहा है, जो देश की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है।
गिरफ्तार व्यक्तियों और बरामद सामान का विवरण:
गिरफ्तार नागरिक:
- अहमद मोहम्मद (सूडान)
- मोहम्मद अहमद (सूडान)
- ओसमान अलबिद (सूडान)
- मोहम्मद कामिल (सूडान)
- मिगुल सोलोनो चाबेज (बोलीविया)
बरामद सामान:
- 5 स्मार्ट मोबाइल फोन, 1 कीपैड फोन
- 1 नेपाली सिम कार्ड
- 2 डायरी, 2 धार्मिक पुस्तकें
- 1 कैसियो कलाई घड़ी
- 30,460 भारतीय रुपए
- 1 ब्राजीलियाई करेंसी (10 रेआइस)
आगे की जांच जारी
डीएसपी उदय शंकर ने बताया कि पकड़े गए सभी व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है और इस संबंध में अन्य जांच एजेंसियों को भी सूचित कर दिया गया है। फिलहाल सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। यह घटना दर्शाती है कि विदेशी नागरिक किस तरह से भारतीय आधार कार्ड बनवाकर देश में घुसपैठ कर रहे हैं, जो हमारी पहचान और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
इस मामले में यह भी सवाल उठता है कि ये लोग कब से भारत में रह रहे थे और किसने इनके फर्जी आधार कार्ड बनवाने में मदद की। इस पूरे रैकेट की गहन जांच की आवश्यकता है ताकि उन भारतीय गद्दारों को भी बेनकाब किया जा सके, जो देश की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं।