
मोतिहारी, एन. के. सिंह |
मोतिहारी: जिले में आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ERSS) 112 को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। हाल ही में पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने ERSS 112 में तैनात सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मियों के साथ एक समीक्षा बैठक की, जिसमें सेवा में सुधार के लिए कई अहम दिशा-निर्देश दिए गए और सभी अधिकारियों को मोबाइल फ़ोन वितरित किए गए।
ERSS 112 की कार्यप्रणाली की समीक्षा और प्रमुख निर्देश
पुलिस अधीक्षक ने ERSS 112 की मौजूदा कार्यप्रणाली का गहनता से मूल्यांकन किया और इसे चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए कई ज़रूरी निर्देश दिए। इन निर्देशों का मुख्य मक़सद जनता को त्वरित और कुशल सहायता सुनिश्चित करना है।
* त्वरित प्रतिक्रिया: आपातकालीन कॉल पर तुरंत कार्रवाई करने और घटनास्थल पर जल्द से जल्द पहुँचने पर ज़ोर दिया गया।
* समुचित व्यवहार: पुलिसकर्मियों को जनता के साथ विनम्र और सहयोगी व्यवहार करने की सलाह दी गई, ताकि वे संकट की स्थिति में लोगों का विश्वास जीत सकें।
* तकनीकी दक्षता: ERSS 112 प्रणाली का बेहतर उपयोग करने के लिए पुलिसकर्मियों को तकनीकी रूप से अधिक दक्ष बनने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
* समन्वय: विभिन्न विभागों और एजेंसियों के साथ बेहतर तालमेल बिठाने पर ज़ोर दिया गया, ताकि किसी भी आपात स्थिति में एक एकीकृत प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके।
* नियमित प्रशिक्षण: पुलिसकर्मियों को नवीनतम तकनीकों और प्रक्रियाओं से अपडेट रहने के लिए नियमित प्रशिक्षण प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
पुलिस अधिकारियों को मोबाइल फ़ोन का वितरण: एक महत्वपूर्ण पहल
इस बैठक का एक और महत्वपूर्ण पहलू सभी पुलिस अधिकारियों को मोबाइल फ़ोन का वितरण था। यह पहल ERSS 112 प्रणाली की दक्षता बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगी। इन मोबाइल फ़ोन के ज़रिए पुलिस अधिकारी:
आपातकालीन कॉल की जानकारी तुरंत प्राप्त कर सकेंगे।
घटनास्थल से सीधे नियंत्रण कक्ष को अपडेट दे सकेंगे।
आपस में और अन्य इकाइयों के साथ बेहतर संवाद स्थापित कर सकेंगे।
डिजिटल रिकॉर्ड और रिपोर्टिंग को आसान बना सकेंगे।
पूर्वी चंपारण में सुदृढ़ हो रही आपातकालीन सेवा
पुलिस अधीक्षक, पूर्वी चंपारण, मोतिहारी द्वारा ERSS 112 की यह समीक्षा बैठक और मोबाइल फ़ोन का वितरण ज़िले में आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली को और अधिक मज़बूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस पहल से जनता को बेहतर और त्वरित पुलिस सहायता उपलब्ध हो सकेगी, जिससे क़ानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार आने की उम्मीद है। यह क़दम पुलिस और जनता के बीच के संबंधों को भी मज़बूत करने में सहायक होगा।