लोकल डेस्क, नीतीश कुमार।
मोतिहारी में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले मतदाताओं को जागरूक करने हेतु शरण कॉम्प्लेक्स में एक संगोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बुद्धिजीवी, शिक्षक, छात्र, समाजसेवी और आम नागरिकों की उपस्थिति रही। आयोजन का उद्देश्य लोगों में मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना और लोकतांत्रिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना था। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी के कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव मुख्य अतिथि थे, जबकि शिक्षाविद् प्रो. श्याम नंदन ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार व्यक्त किए। मंच पर डॉ. आशुतोष शरण समेत कई प्रतिष्ठित अतिथि उपस्थित थे।
नागरिकों का कर्तव्य है मतदान
प्रो. श्याम नंदन ने कहा कि मतदान केवल अधिकार नहीं, बल्कि हर नागरिक की सर्वोच्च जिम्मेदारी है। उन्होंने लोगों से स्वयं मतदान करने और दूसरों को प्रेरित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जब प्रत्येक नागरिक मतदान केंद्र तक पहुंचेगा, तभी लोकतंत्र सशक्त होगा और सच्चे अर्थों में जनता की सरकार बनेगी। युवाओं से उन्होंने ईमानदार उम्मीदवारों को चुनने का आह्वान किया।
डॉ. आशुतोष शरण ने कहा कि मतदान करना भारतीय नागरिक होने का सबसे बड़ा प्रमाण है। जो लोग मतदान नहीं करते, वे लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते। उन्होंने कहा कि हर वोट की अहमियत है, क्योंकि वही देश के भविष्य की दिशा तय करता है।
बूथ तक पहुंचाने का लिया संकल्प
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने आगामी चुनाव में मतदान करने और अपने परिवार व पड़ोस के लोगों को मतदान केंद्र तक ले जाने का संकल्प लिया। आयोजकों ने बताया कि ऐसी पहल से मतदान प्रतिशत में वृद्धि होगी और लोकतांत्रिक चेतना मजबूत बनेगी।
संगोष्ठी के दौरान “पहले मतदान, फिर जलपान” का नारा पूरे वातावरण में गूंजता रहा। उपस्थित नागरिकों ने इसे मोतिहारी को शत-प्रतिशत मतदान वाला जिला बनाने की दिशा में एक सार्थक कदम बताया।







