
वेरोनिका राय, नेशनल डेस्क |
नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर यशस्वी सोलंकी बनीं राष्ट्रपति की पहली महिला ADC, भारतीय सशस्त्र बलों के इतिहास में रचा गया नया अध्याय
नई दिल्ली | भारतीय नौसेना की लेफ्टिनेंट कमांडर यशस्वी सोलंकी को देश की राष्ट्रपति का एड-डी-कैंप (ADC) नियुक्त किया गया है। यह पहला मौका है जब किसी महिला नौसेना अधिकारी को इस प्रतिष्ठित पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले यह पद केवल पुरुष अधिकारियों को ही दिया जाता था।
राष्ट्रपति के ADC का कार्य ceremonial और operational दोनों स्तरों पर होता है। ADC राष्ट्रपति के साथ सभी आधिकारिक कार्यक्रमों में रहते हैं और सैन्य परंपराओं, सुरक्षा तथा प्रोटोकॉल को सुनिश्चित करते हैं। यह नियुक्ति तीनों सेनाओं — थलसेना, वायुसेना और नौसेना — से चयनित योग्य अधिकारियों में से की जाती है।
लेफ्टिनेंट कमांडर यशस्वी सोलंकी भारतीय नौसेना की एक होनहार और अनुभवी अधिकारी हैं। उनकी यह नियुक्ति भारतीय नौसेना और पूरे रक्षा क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का प्रतीक बन गई है।
* यशस्वी सोलंकी देश की पहली महिला नौसेना अधिकारी बनीं जिन्हें ADC नियुक्त किया गया।
* राष्ट्रपति की ADC टीम में यह पहली बार है जब नौसेना से किसी महिला को चुना गया है।
* यह पद राष्ट्रपति के सबसे करीबी सैन्य सहयोगियों में गिना जाता है।
* ADC का कार्य राष्ट्रपति के साथ देश-विदेश के औपचारिक कार्यक्रमों में शामिल होना होता है।
भारतीय नौसेना ने इस उपलब्धि पर गर्व जताया है और कहा है कि यह नियुक्ति लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह नियुक्ति न केवल यशस्वी के लिए, बल्कि भारतीय नौसेना और देश की सभी महिला अधिकारियों के लिए प्रेरणादायक है।