
इंदौर, श्रेयांश पराशर |
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के सनसनीखेज मामले में उसकी पत्नी सोनम ही मास्टरमाइंड निकली। 16 दिन तक फरार रहने के बाद सोनम ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। मेघालय पुलिस ने इस हत्याकांड की गुत्थी 7 दिन में सुलझा ली और अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले में मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने भी जानकारी साझा की।
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। उनकी पत्नी सोनम ही हत्या की मास्टरमाइंड निकली है। राजा की हत्या की सुपारी सोनम ने मध्यप्रदेश के तीन अपराधियों को दी थी। इस वारदात के 16 दिन बाद सोनम ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस को सूचना उस समय मिली जब सोनम ने सोमवार रात एक ढाबे से अपने घरवालों को फोन किया। परिजनों ने तुरंत मेघालय पुलिस को इसकी जानकारी दी और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
राजा और सोनम 23 मई को मेघालय घूमने गए थे और तभी से लापता थे। 2 जून को राजा का शव एक खाई से बरामद हुआ, लेकिन सोनम का कोई सुराग नहीं था। इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब मेघालय के मावलाखियात इलाके के एक लोकल गाइड अल्बर्ट पीडी ने दावा किया कि उसने 23 मई को राजा और सोनम को तीन अज्ञात पुरुषों के साथ ट्रेकिंग करते हुए देखा था। ये सभी लगभग 3,000 सीढ़ियां चढ़ रहे थे।
मेघालय पुलिस के डीजीपी ने बताया कि सोनम ने जानबूझकर अपने पति की हत्या की साजिश रची थी और इसके लिए तीन सुपारी किलर्स को हायर किया गया था। इन तीनों की पहचान मध्यप्रदेश के ही अपराधियों के रूप में हुई है। सोनम के फरार रहने से पुलिस को शुरुआती जांच में मुश्किलें आईं, लेकिन आखिरकार उन्होंने इस गुत्थी को सुलझा लिया।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने भी इस केस में पुलिस की कार्यशैली की तारीफ की और सोशल मीडिया पर लिखा कि "सिर्फ 7 दिनों में इस जघन्य अपराध के आरोपियों को पकड़ना मेघालय पुलिस की बड़ी उपलब्धि है।"
फिलहाल सोनम समेत चारों आरोपी पुलिस हिरासत में हैं और पूछताछ जारी है। इस मामले में और भी खुलासे होने की संभावना है।