
एन.के. सिंह, मोतिहारी |
राज्यपाल ने किया सूफिया यूनानी मेडिकल कॉलेज के नए भवन का उद्घाटन, स्वास्थ्य सेवा को लेकर दिया बड़ा संदेश
यूनानी, आयुर्वेद और होम्योपैथी जैसी विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों के बीच समन्वय स्थापित करने पर बल दिया, जिससे निरोग व विकसित भारत 2047 का लक्ष्य पूरा हो सके।
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मंगलवार को जिले के चकिया स्थित सूफिया यूनानी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर परिसर में नवनिर्मित सौ शैय्या भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों से अपने कर्तव्यों का पालन करने और दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को उनके रहमो-करम पर न छोड़ने का आग्रह किया। राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि यूनानी चिकित्सा पद्धति को आधुनिक आवश्यकताओं के संदर्भ में विकसित कर असाध्य रोगों के निदान की दिशा में काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने इस पद्धति के जनक हकीम अजमल खान के प्रयासों को आगे बढ़ाने पर भी जोर दिया ताकि मानव कल्याण हो सके। उन्होंने निरोग चकिया बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए यूनानी, आयुर्वेद और होम्योपैथी जैसी विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों के बीच समन्वय स्थापित करने पर बल दिया, जिससे निरोग व विकसित भारत 2047 का लक्ष्य पूरा हो सके। राज्यपाल ने इस क्षेत्र में काम कर रहे सभी लोगों को बधाई दी और कहा कि हमें स्वास्थ्य और स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ दवाएं भी उपलब्ध करानी हैं, क्योंकि हम ऐसे वातावरण में रहते हैं जहां स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कई कीटाणु मौजूद होते हैं।
सांसद राधामोहन सिंह भी शामिल
वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री और क्षेत्रीय सांसद राधा मोहन सिंह ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के बाद आयुष विभाग को मंत्रालय का दर्जा दिया गया, जिससे यूनानी पद्धति को भी लाभ मिला और यह देश में शीर्ष पर है। उन्होंने बताया कि पिछले ग्यारह वर्षों में यूनानी मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ी है और ये देश भर में दीर्घकालिक सेवाएं दे रहे हैं। अब यूनानी कॉलेज से पास हुए चिकित्सकों को नौकरियां मिल रही हैं, जिससे इसका महत्व बढ़ा है। सांसद ने यह भी कहा कि पहले संसद में केवल एलोपैथिक चिकित्सक ही बैठते थे, लेकिन मोदी सरकार आने के बाद एलोपैथ के अलावा आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथिक चिकित्सक भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं और उनके लैब भी स्थापित हैं। उन्होंने पीएम के प्रयासों की सराहना की, जिनके कारण नीट के माध्यम से समाज के सभी वर्गों के बच्चे चिकित्सक बन रहे हैं, जो समाज के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। कार्यक्रम को स्थानीय विधायक श्याम बाबू प्रसाद यादव ने भी संबोधित किया।