रेप पीड़िता की मौत पर कांग्रेस का पटना में उग्र प्रदर्शन, सरकार और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप

पटना, श्रेयांश पराशर |
मुज़फ्फरपुर की रेप पीड़िता की इलाज के दौरान पीएमसीएच में मौत हो गई। इलाज में देरी और लापरवाही के आरोप लगे हैं। इस घटना के विरोध में युवा कांग्रेस ने पटना में जोरदार प्रदर्शन किया। पुलिस के साथ झड़प हुई और कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया।
मुज़फ्फरपुर की 9 वर्षीय रेप पीड़िता का पटना के पीएमसीएच में इलाज के दौरान निधन हो गया। बताया गया कि बच्ची को पहले मुज़फ्फरपुर एसकेएमसीएच में भर्ती किया गया था, लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे पीएमसीएच रेफर किया गया। वहाँ समय पर आईसीयू बेड नहीं मिलने के कारण इलाज में देरी हुई, जिसके चलते बच्ची की मौत हो गई।
अधीक्षक डॉ. आईएस ठाकुर के अनुसार, बच्ची को 26 मई को एसकेएमसीएच में भर्ती किया गया था। हालत गंभीर होने पर उसे 31 मई को पीएमसीएच रेफर किया गया, लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
इस घटना के विरोध में युवा कांग्रेस ने सोमवार को पटना में उग्र प्रदर्शन किया। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिव के नेतृत्व में ‘हल्ला बोल मार्च’ निकाला गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश मुख्यालय से मार्च शुरू किया, लेकिन पुलिस ने राजापुर पुल के पास बैरिकेडिंग कर उन्हें रोक दिया। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।
पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लिया। मार्च में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू और अध्यक्ष राजेश राम भी शामिल हुए। कांग्रेस ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार और प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है और बच्ची की मौत के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया।