नेशनल डेस्क, श्रेया पांडेय |
पंजाब के लुधियाना में एक टीवी डिबेट के दौरान वाल्मीकि समाज के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में एंकर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे के चेयरमैन अरुण पुरी पर एफआईआर दर्ज की गई है। यह मामला वाल्मीकि समुदाय की भावनाओं को आहत करने के आरोप में दर्ज किया गया है।
भारतीय वाल्मीकि धरम समाज की शिकायत के अनुसार, अंजना ओम कश्यप ने अपने एक टीवी शो में प्राचीन संत वाल्मीकि के बारे में अभद्र टिप्पणी की, जो चैनल के आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर प्रसारित की गई थी। इस टिप्पणी से पूरे वाल्मीकि समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं।
लुधियाना पुलिस ने अंजना ओम कश्यप और अरुण पुरी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 299 और एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धारा 3(1)(v) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वाल्मीकि समाज के नेताओं ने अंजना ओम कश्यप और अरुण पुरी की टिप्पणी की कड़ी निंदा की है और माफी मांगने की मांग की है। संगठन के राष्ट्रीय संयोजक चौधरी यशपाल ने कहा, "हम कश्यप की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करते हैं। उन्हें अपने शब्दों के लिए नेशनल चैनल पर वाल्मीकि समाज से माफी मांगनी होगी।"
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लुधियाना पुलिस कमिश्नर के कार्यालय ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।
यह मामला मीडिया में निष्पक्षता और जिम्मेदारी के मुद्दे पर चर्चा को बढ़ावा दे रहा है। साथ ही यह भी दिखाता है कि कैसे एक छोटी सी टिप्पणी समाज के एक बड़े वर्ग की भावनाओं को आहत कर सकती है.







