‘विदेशी बहू अंग्रेजी में गालियां देती है’ मुरादाबाद के यूट्यूबर परिवार का विवाद थाने पहुंचा
नेशनल डेस्क - आर्या कुमारी
मुरादाबाद के यूट्यूबर पंकज दिवाकर और उनकी ईरानी पत्नी फैजा का दो साल पुराना प्रेम-विवाह अब घरेलू कलह में बदल चुका है और मामला पुलिस तक पहुंच गया है. फैजा ने ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न, ब्लैकमेलिंग और जान से मारने की धमकी जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं, जबकि सास ने इन सभी दावों को झूठा बताया है.
यूपी के मुरादाबाद में यूट्यूबर परिवार का यह विवाद पुलिस के दरवाजे तक पहुंच गया है. दो साल पहले ईरान की फैजा ने मुरादाबाद के कंटेंट क्रिएटर पंकज दिवाकर से शादी की थी. फेसबुक से शुरू हुआ रिश्ता अब थाने के चक्कर काट रहा है. महिला थाने में फैजा ने शिकायत दी कि उसके साथ दहेज को लेकर मानसिक प्रताड़ना होती है, घर की महिलाएं लगातार झगड़ा करती हैं और उसे धमकाया जाता है. ऐसे में उसने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है.
उधर, पंकज की मां कुंता देवी का कहना है कि बहू के सभी आरोप निराधार हैं. उनका आरोप है कि “बेटा और बहू मकान बेचने का दबाव डाल रहे हैं ताकि पैसा लेकर ईरान जा सकें. मैंने मना किया तो दोनों ने मारपीट की और कमरे में बंद कर दिया. फैजा अंग्रेजी में गालियां देती है जो हमें समझ नहीं आतीं.” कुंता देवी ने यह भी कहा कि उनका बेटा पहले दो बार ईरान जा चुका है और वह लाखों रुपये खर्च कर चुके हैं. अब उनके पास पैसे नहीं हैं, इसलिए पति-पत्नी मकान बेचने की बात कर रहे हैं.
फेसबुक से हुई थी मुलाकात
दो साल पहले फेसबुक पर पंकज और फैजा की पहचान हुई थी. परिवारों की सहमति से शादी भी हुई, कुछ समय तक सब ठीक चला, फिर माहौल बिगड़ने लगा और मामला पुलिस तक पहुंच गया.
महिला थाने में समझौते की कोशिश
महिला थाना पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाकर पूछताछ की और समझौता कराने की कोशिश की. बाहर निकलते हुए पंकज ने मीडिया से कहा, “हमने एसपी सर के समझाने पर मामला खत्म करने का फैसला किया है. ये पारिवारिक विवाद है, इसे बढ़ाना नहीं चाहते.” पंकज के मुताबिक, वह अब ईरान जाकर बसने की तैयारी में है. उसने कहा कि "मां से कोई दुश्मनी नहीं है, लेकिन हालात ऐसे बन गए हैं कि हमें देश छोड़ना पड़ रहा है. परिवार ने हमें सपोर्ट करने की बात कही है. वहां जाकर हम नई जिंदगी शुरू करेंगे.”
इधर एसपी सिटी रणविजय सिंह के ऑफिस में दोनों पक्षों को बैठाकर समझाया गया. युवती को आश्वासन दिया गया कि उसकी सुरक्षा पुलिस की जिम्मेदारी है. उसके साथ उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा. वह अगर अपने घर जाना चाहती है, तो पुलिस उसे भेजने में भी मदद करेगी.







