स्पेशल रिपोर्ट: नीतीश कुमार।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की, जिसमें भाजपा (BJP) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और कुल 202 सीटें हासिल कीं। जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने भी मजबूत प्रदर्शन किया, जबकि महागठबंधन (RJD, कांग्रेस और वाम दल) मात्र 35 सीटों पर सिमट गया। हालांकि NDA की प्रचंड बहुमत (200+ सीटें) के बावजूद, कई विधानसभा सीटों पर मुकाबला बेहद करीबी रहा, जहां जीत-हार का अंतर 500 वोटों से कम था। इनमें से कुछ सीटों पर मार्जिन 100 वोटों से भी नीचे रहा, जो चुनावी किस्मत, मतदाता व्यवहार और स्थानीय मुद्दों की जटिलता को दर्शाता है।
जीत-हार का अंतर 500 वोटों से कम:
इस चुनाव में कम से कम 9-10 सीटें ऐसी रहीं जहां मार्जिन 500 से नीचे रहा। इनमें स्थानीय नेताओं की लोकप्रियता, जातीय समीकरण और गठबंधन की रणनीति ने निर्णायक भूमिका निभाई।
• संदेश सीट पर JD(U) के राधा चरण शाह ने 80,571 वोट हासिल कर RJD के दीपू सिंह को हराया, जिन्हें 80,544 वोट मिले और मार्जिन मात्र 27 वोट रहा।
• अगिआंव सीट पर BJP के महेश पासवान ने 69,412 वोटों से जीत दर्ज की, जबकि CPI(ML)-L के शिव प्रकाश रंजन को 69,317 वोट मिले और अंतर 95 वोट का रहा।
• नबीनगर सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार चेतन आनंद ने 80,380 वोट पाकर जीत हासिल की, उपविजेता को 80,268 वोट मिले और मार्जिन 112 वोट रहा।
• रामगढ़ सीट पर BSP के सतीश कुमार सिंह यादव ने 72,689 वोटों से BJP के अशोक कुमार सिंह को हराया, जिन्हें 72,514 वोट मिले और अंतर 175 वोट का रहा।
• ढाका सीट पर RJD के फैसल रहमान ने 112,727 वोट हासिल कर BJP के पवन कुमार जायसवाल को मात दी, जिन्हें 112,549 वोट मिले और मार्जिन 178 वोट रहा।
• फारबिसगंज सीट पर कांग्रेस के मनोज विश्वास ने विद्या सागर केशरी को 221 वोटों के अंतर से हराया, हालांकि पूर्ण वोट डिटेल्स उपलब्ध नहीं हैं।
• जहानाबाद सीट पर RJD के राहुल कुमार ने JD(U) के चंदेश्वर प्रसाद को 255 वोटों के अंतर से हराया, हालांकि पूर्ण वोट डिटेल्स उपलब्ध नहीं हैं।
• बलरामपुर सीट पर LJP(RV) की संगीता देवी ने AIMIM के मोहम्मद आदिल हसन को 389 वोटों के अंतर से हराया, हालांकि पूर्ण वोट डिटेल्स उपलब्ध नहीं हैं।
• संदेश सीट पर सबसे कम मार्जिन (27 वोट) दर्ज हुआ, जो राज्य में सबसे करीबी मुकाबला रहा। रामगढ़ पर BSP ने BJP से सीट छीनी, जो गठबंधन की कमजोरी को दर्शाता है।
100 वोटों से कम मार्जिन वाली सीटें:
सबसे रोमांचक मुकाबले वाली सीटें ऐसी रहीं जहां अंतर 100 वोटों से भी कम था, जो एक-एक वोट की अहमियत को उजागर करता है। संदेश सीट पर 27 वोटों का अंतर रहा, जहां JD(U) के राधा चरण शाह ने RJD के दीपू सिंह को हराया और मतगणना के अंतिम दौर में फैसला हुआ। अगिआंव सीट पर 95 वोटों का अंतर रहा, जहां BJP के महेश पासवान ने CPI(ML)-L उम्मीदवार को हराया। इन सीटों पर रीकाउंट की मांग उठ सकती है, क्योंकि इतना कम अंतर मतदान की छोटी-छोटी अनियमितताओं से प्रभावित हो सकता है।
500 से 1000 वोटों के बीच मार्जिन वाली सीटें
बख्तियारपुर सीट पर LJP(RV) के अरुण कुमार ने RJD के अनिरुद्ध कुमार को 981 वोटों से हराया। बोध गया सीट पर RJD के कुमार सर्वजीत ने LJP(RV) के श्यामदेव पासवान को 881 वोटों से हराया। चनपटिया सीट पर कांग्रेस के अभिषेक रंजन ने BJP के उमाकांत सिंह को 602 वोटों से हराया। गोह सीट पर RJD के अमरेंद्र कुमार ने BJP के डॉ. रणविजय कुमार को 767 वोटों से हराया। ये सीटें महागठबंधन के लिए सांत्वना का काम कर सकती हैं, जहां उन्होंने NDA को कड़ी टक्कर दी।
जातीय और स्थानीय समीकरण:
क्लोज सीटें मुख्य रूप से पूर्वी और मध्य बिहार में हैं, जहां यादव, मुस्लिम और दलित वोटर निर्णायक हैं। रामगढ़ पर BSP की जीत दलित वोटों के विभाजन को दिखाती है, जबकि ढाका पर RJD की जीत मुस्लिम समर्थन से आई। NDA की 90% स्ट्राइक रेट के बावजूद, इन सीटों पर निर्दलीय और छोटे दलों से ने मुकाबला कड़ा बनाया।







