विदेश डेस्क, प्रीति पायल |
सऊदी अरब में एक भयानक सड़क दुर्घटना में 42 भारतीय उमराह यात्रियों की जान चली गई। यह दुर्घटना सोमवार, 17 नवंबर 2025 को तड़के करीब 1:30 बजे (भारतीय समय) घटित हुई। मक्का से मदीना की ओर जा रही एक यात्री बस का एक डीजल टैंकर के साथ जबरदस्त टक्कर हो गई। इस टक्कर के तुरंत बाद बस में आग भड़क उठी और यात्रियों को बचने का अवसर ही नहीं मिल पाया। अधिकतर यात्री उस समय सो रहे थे, जिससे हादसे की भयावहता कई गुना बढ़ गई।
घटना स्थल: यह हादसा मक्का-मदीना हाईवे पर मदीना के निकट मुफ्रिहात (Mufrihat) क्षेत्र में हुआ, जो मदीना शहर से तकरीबन 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
घटनाक्रम: बस में 42 भारतीय उमराह यात्री सवार थे जो मक्का में उमराह की इबादत पूरी करके मदीना की तरफ रवाना हुए थे। टक्कर की तीव्रता इतनी अधिक थी कि बस पूरी तरह से आग की चपेट में आ गई। आग की लपटें इतनी भीषण थीं कि शवों की शिनाख्त मुश्किल हो गई है। बस में कुल 46 यात्री थे, जिनमें से केवल एक व्यक्ति जीवित बच पाया।
एकमात्र बचे व्यक्ति: 24 साल के मोहम्मद अब्दुल शोएब (Mohd Abdul Shoiab), जो हैदराबाद के निवासी हैं, इस हादसे में अकेले बचे। वे ड्राइवर की सीट के पास बैठे थे, जिसके कारण बस से बाहर निकलने में सफल रहे। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी तबीयत स्थिर है।
मृतकों की जानकारी: मारे गए लोगों में अधिकांश हैदराबाद (तेलंगाना) के रहने वाले थे। इनमें 20 महिलाएं और 11 बच्चे भी शामिल थे। ट्रैवल एजेंसी अल मीना ट्रैवल (Al Meena Travel) के मुताबिक, ये यात्री 9 नवंबर को हैदराबाद से निकले थे। ग्रुप में कुल 54 सदस्य थे, लेकिन 4 लोग अलग से कार में मदीना रवाना हो गए थे और 4 लोग मक्का में ही रुके रह गए थे।
हैदराबाद में जैसे ही इस हादसे की सूचना पहुंची, शहर में शोक की लहर दौड़ गई। कई परिवार ट्रैवल एजेंसी के कार्यालय पर जुट गए और अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी मांगने लगे। एक पीड़ित परिवार ने कहा, "हमारे परिवार के 5 लोग सऊदी गए थे, और अब ये खबर मिली है कि बस में सभी की मृत्यु हो गई। हमारी सरकार से विनती है कि शवों को भारत लाने की जल्द व्यवस्था करे।" अनेक परिवारों ने केंद्र सरकार से तत्काल सहायता की मांग की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: पीएम मोदी ने इस हादसे पर अपना गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "इस दुखद घटना से अत्यंत व्यथित हूं। रियाद स्थित भारतीय दूतावास और जेद्दा में वाणिज्य दूतावास हर संभव मदद उपलब्ध करा रहे हैं।" उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति सहानुभूति जताई और घायल व्यक्ति के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
विदेश मंत्री एस जयशंकर: विदेश मंत्री ने ट्वीट के माध्यम से कहा, "मदीना में भारतीय नागरिकों की इस दुर्घटना से अत्यंत विचलित हूं। रियाद दूतावास और जेद्दा कांसुलेट प्रभावित भारतीयों और उनके परिवारों को संपूर्ण सहयोग प्रदान कर रहे हैं। शोकाकुल परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदनाएं।"
तेलंगाना राज्य सरकार: मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने दुर्घटना पर गहरा सदमा जताया। उन्होंने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए कि पीड़ितों की पूर्ण जानकारी एकत्र करें और विदेश मंत्रालय एवं सऊदी दूतावास से तुरंत राहत उपायों पर काम करें। सचिवालय में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है।
मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख ने दुख जताते हुए कहा, "42 उमराह यात्रियों की बस में आग लगने से मृत्यु हो गई। मैंने रियाद में भारतीय दूतावास के उप प्रमुख से बातचीत की, उन्होंने सूचनाएं इकट्ठा करने का भरोसा दिया।" उन्होंने केंद्र सरकार से शवों को स्वदेश लाने की अपील की।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू: अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने भी इस हादसे पर शोक प्रकट किया।
भारतीय दूतावास ने जेद्दा में 24 घंटे कार्यरत कंट्रोल रूम बनाया है। प्रभावित परिजन निम्न नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं
रियाद स्थित भारतीय दूतावास सऊदी हज-उमराह मंत्रालय और स्थानीय प्रशासन के साथ निरंतर संपर्क में है। तेलंगाना हज समिति भी सहायता प्रदान कर रही है। मृतकों के पार्थिव शरीरों को भारत लाने के लिए समन्वय प्रक्रिया जारी है।
यह दुर्घटना भारतीय उमराह यात्रियों के लिए एक बड़ा आघात है। हर वर्ष लाखों भारतीय उमराह के लिए सऊदी अरब जाते हैं, परंतु ऐसी घटनाएं यात्रा सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लगाती हैं। शोकाकुल परिवारों के प्रति हमारी गहन संवेदनाएं। अधिक अपडेट के लिए आधिकारिक सूत्रों पर नजर बनाए रखें।







