स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी |
सीतामढ़ी में बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के निर्दलीय प्रत्याशी महेंद्र सिंह यादव की गिरफ्तारी के बाद समर्थकों ने जमकर विरोध किया। गिरफ्तारी से नाराज समर्थकों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और यादव की रिहाई की मांग को लेकर हंगामा किया। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, जबकि पुलिस हालात को नियंत्रण में लाने में जुटी है।
बिहार चुनाव 2025 के दौरान परिहार विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी महेंद्र सिंह यादव को शनिवार को सोनबरसा थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
गिरफ्तारी की खबर फैलते ही उनके समर्थक उग्र हो गए और समाहरणालय गेट पर नारेबाजी व हंगामा करने लगे। इस दौरान पुलिस और समर्थकों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। सूचना मिलते ही डुमरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को तितर-बितर किया। पुलिस के अनुसार, यह कार्रवाई न्यायालय द्वारा जारी वारंट के आधार पर की गई है। सोनबरसा थानाध्यक्ष ने बताया कि, “मुजौलिया गांव में पेट्रोल पंप के एक कर्मी से छह माह पूर्व महेंद्र सिंह यादव ने मारपीट की थी। इसमें पेट्रोल पंप कर्मी ने सोनबरसा थाने में कांड संख्या 140/25 दर्ज कराई थी, जिसके बाद से वह फरार चल रहे थे।”
पुलिस को जानकारी मिली थी कि महेंद्र सिंह यादव आज नामांकन दाखिल करने के लिए समाहरणालय पहुंचेंगे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने नामांकन के बाद बाहर निकलते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, महेंद्र सिंह यादव पूर्व में हत्या के एक मामले में भी जेल जा चुके हैं। वहीं, उनकी पत्नी धनहारा पंचायत की मुखिया हैं और यादव दो बार जिला परिषद सदस्य रह चुके हैं। समर्थकों ने गिरफ्तारी को राजनीतिक साजिश बताया है और तत्काल रिहाई की मांग की है।







