
नेशनल डेस्क, श्रेया पांडेय |
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने एक बार फिर अपनी अद्वितीय उपलब्धि का प्रदर्शन करते हुए दुनिया की सबसे ऊंची मोटरेबल सड़क का निर्माण करके गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ दिया है। प्रोजेक्ट हिमांक के तहत बीआरओ ने लद्दाख के लेह जिले में लिकरु-मिग ला-फुकचे सड़क पर मिग ला पास में 19,400 फुट की ऊंचाई पर सड़क बनाने की बड़ी उपलब्धि प्राप्त की है।
इससे पहले बीआरओ ने लेह के उमलिंग ला पास पर 19,024 फुट की ऊंचाई पर सड़क बनाकर गिनीज रिकॉर्ड बनाया था। लेकिन अब मिग ला पास पर नई सड़क के निर्माण के साथ ही बीआरओ ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है। प्रोजेक्ट हिमांक के चीफ इंजीनियर ब्रिगेडियर विशाल श्रीवास्तव के नेतृत्व में बीआरओ की टीम ने मिग ला पास पर पहुंचकर वहां राष्ट्रीय ध्वज के साथ बीआरओ का ध्वज फहराया।
बीआरओ की इस उपलब्धि से न केवल संगठन का गौरव बढ़ा है, बल्कि देश की सड़क निर्माण क्षमता और तकनीकी विशेषज्ञता का भी प्रदर्शन हुआ है। मिग ला पास पर सड़क निर्माण एक बड़ी चुनौती थी, जिसे बीआरओ की टीम ने अपनी मेहनत और समर्पण के बल पर पूरा किया है।
सीमा सड़क संगठन की इस उपलब्धि का महत्व न केवल रणनीतिक दृष्टिकोण से है, बल्कि यह देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि भी है। मिग ला पास पर सड़क निर्माण से लद्दाख क्षेत्र में सड़क संपर्क और मजबूत होगा, जिससे क्षेत्र के विकास और सुरक्षा में मदद मिलेगी।
बीआरओ की टीम ने अपनी इस उपलब्धि के लिए कठिन परिस्थितियों में काम किया है, जिसमें अत्यधिक ठंड, बर्फबारी, और ऑक्सीजन की कमी जैसी चुनौतियां शामिल हैं। इसके बावजूद बीआरओ की टीम ने अपने काम को सफलतापूर्वक पूरा किया है, जो संगठन की क्षमता और समर्पण का प्रमाण है।