मुस्कान कुमारी, लोकल डेस्क
तीसरी जांच 4 नवंबर को, 6 नवंबर को मतदान
सीवान। बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। जिले के आठ विधानसभा क्षेत्रों में कुल 76 उम्मीदवारों ने निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण के तहत अपने व्यय रजिस्टर की दूसरी जांच पूरी कर ली है। खेल भवन स्थित व्यय एवं अनुश्रवण कोषांग में शुक्रवार को सभी उम्मीदवारों या उनके निर्वाची अभिकर्ताओं ने रजिस्टर प्रस्तुत किए।
निर्धारित तिथि 30 अक्टूबर को यह जांच हुई। अब तीसरी और अंतिम जांच 4 नवंबर को होगी। जिला प्रशासन ने सभी उम्मीदवारों को पहले ही सूचित कर दिया था कि निर्धारित तिथियों पर स्वयं या अभिकर्ता के माध्यम से व्यय रजिस्टर जांच के लिए उपलब्ध कराना अनिवार्य है।
2908 मतदान केंद्रों पर 24 लाख से अधिक मतदाता करेंगे मतदान
जिले में 6 नवंबर को मतदान होगा। कुल 2908 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। यहां 24,47,147 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। प्रशासन ने मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
व्यय अनुवीक्षण में तीन बार जांच अनिवार्य
बिहार विधानसभा चुनाव के नियमों के अनुसार प्रत्येक उम्मीदवार के व्यय रजिस्टर का कम से कम तीन बार निरीक्षण कराना जरूरी है। पहली जांच 25 अक्टूबर को हुई थी। दूसरी जांच 30 अक्टूबर को पूरी हुई। अब तीसरी जांच 4 नवंबर को होगी।
व्यय रजिस्टर में उम्मीदवारों द्वारा चुनाव प्रचार पर किए गए सभी खर्चों का ब्योरा दर्ज होता है। इसमें वाहन, प्रचार सामग्री, सभाओं और अन्य गतिविधियों का खर्च शामिल होता है। निर्वाचन आयोग की निगरानी में यह प्रक्रिया पारदर्शिता सुनिश्चित करती है।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी उम्मीदवारों को चेतावनी दी है कि व्यय सीमा का उल्लंघन गंभीर परिणाम भुगत सकता है। निर्धारित सीमा से अधिक खर्च करने पर उम्मीदवारी रद्द हो सकती है।
उम्मीदवारों ने समय पर जमा किए रजिस्टर
दूसरी जांच के दौरान सभी 76 उम्मीदवारों ने अपने रजिस्टर जमा किए। कोई भी उम्मीदवार जांच से अनुपस्थित नहीं रहा। व्यय कोषांग के अधिकारियों ने रजिस्टरों की विस्तृत जांच की। किसी भी अनियमितता की स्थिति में उम्मीदवारों को सुधार के लिए कहा गया।
प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि अधिकांश उम्मीदवारों के रजिस्टर नियमों के अनुरूप पाए गए। कुछ मामूली त्रुटियां सुधार ली गईं।
अंतिम जांच से पहले तैयारियां तेज
तीसरी जांच से पहले उम्मीदवार अपने अंतिम खर्चों का ब्योरा जोड़ रहे हैं। प्रचार के आखिरी दिनों में सभाएं, रैलियां और डोर-टू-डोर कैंपेन तेज हो गए हैं। इन सभी गतिविधियों का खर्च रजिस्टर में दर्ज करना होगा।
जिला प्रशासन ने व्यय कोषांग में अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती की है। जांच प्रक्रिया को सुचारु बनाने के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं।
मतदान की तैयारियां अंतिम चरण में
मतदान केंद्रों पर ईवीएम, वीवीपैट मशीनें पहुंचा दी गई हैं। सुरक्षा बलों की तैनाती शुरू हो गई है। संवेदनशील मतदान केंद्रों पर विशेष निगरानी रहेगी।
मतदाता जागरूकता अभियान भी जोरों पर है। प्रशासन की टीमें गांव-गांव जाकर लोगों को मतदान के लिए प्रेरित कर रही हैं।
चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन हो रहा है। आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।







