स्टेट डेस्क, वेरॉनिका राय |
सुपौल जिले के भीमपुर थाना क्षेत्र के वार्ड संख्या 7 स्थित आदिवासी टोला में गुरुवार की शाम अचानक लगी आग ने छह परिवारों की जिंदगी को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया। देखते ही देखते आग की लपटों ने छह घरों को अपनी चपेट में ले लिया। घरों में रखा अनाज, फर्नीचर, कपड़े, बर्तन, वाहन और जरूरी कागजात सब कुछ जलकर राख हो गया। घटना ने पूरे गांव में दहशत और अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया।
काम में व्यस्त थे ग्रामीण, अचानक उठीं लपटें
स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के समय सभी लोग अपने-अपने कार्यों में लगे हुए थे। तभी अचानक घरों से धुआं और लपटें उठती देख गांव में भगदड़ मच गई। शोर सुनते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश में जुट गए, मगर आग तेजी से फैलती चली गई।
स्थिति बिगड़ते देख ग्रामीणों ने तुरंत भीमपुर थाना को सूचना दी। सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के सहयोग से लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
महत्वपूर्ण दस्तावेज और वाहन भी जले
इस अग्निकांड में छह घरों के साथ-साथ एक बाइक, एक साइकिल, एक होंडा मोटर और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी पूरी तरह नष्ट हो गए। पीड़ित परिवारों ने कहा कि अचानक लगी आग ने उनकी वर्षों की मेहनत को पलभर में खत्म कर दिया। अब उनके सामने रहने और जीवन-यापन की बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।
पंचायत मुखिया और सीओ मौके पर पहुंचे
घटना की जानकारी मिलते ही भीमपुर पंचायत के मुखिया रंजन कुमार भारती मौके पर पहुंचे और स्थिति का निरीक्षण किया। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना अंचलाधिकारी को दी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए छातापुर के अंचलाधिकारी (सीओ) राकेश कुमार भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रभावित परिवारों को भरोसा दिलाया कि सरकारी प्रावधानों के तहत सभी जरूरी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। फिलहाल प्रशासन नुकसान का आकलन कर रहा है।
अग्निकांड के बाद पीड़ित परिवार बेघर हो गए हैं और खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। वे अपने भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हैं। प्रशासनिक टीम द्वारा क्षति का आकलन किया जा रहा है और राहत कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद है।







