हेल्थ डेस्क, मुस्कान कुमारी |
नई दिल्ली: सेहतमंद रहने के लिए वॉकिंग को सबसे आसान और असरदार तरीका माना जाता है। यह न सिर्फ शरीर को फिट रखता है, बल्कि दिमाग को भी तरोताजा करता है। मगर सवाल यह है कि वॉक करने का सही समय कौन सा है? सुबह की ताजी हवा में सैर या डिनर के बाद की हल्की टहल? दोनों समय के अपने फायदे हैं, लेकिन यह आपके लक्ष्य और दिनचर्या पर निर्भर करता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सुबह की वॉक मेटाबॉलिज्म को तेज करती है और दिनभर की ऊर्जा देती है, जबकि रात की सैर पाचन सुधारने और नींद को बेहतर बनाने में मददगार है। आइए, तथ्यों के साथ जानें दोनों समय के फायदे और सही समय का चुनाव कैसे करें।
सुबह की वॉक: दिन की शुरुआत का जादू
सुबह की सैर का एक अलग ही आनंद है। सूरज की पहली किरणों के साथ कदम बढ़ाना न सिर्फ शरीर को ताकत देता है, बल्कि मन को भी सुकून पहुंचाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, सुबह का समय वॉक के लिए आदर्श है क्योंकि:
- ताजी हवा, कम प्रदूषण: सुबह के समय वातावरण में प्रदूषण का स्तर न्यूनतम होता है। ऑक्सीजन की मात्रा ज्यादा होने से फेफड़ों को शुद्ध हवा मिलती है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। पार्क या खुले मैदान में टहलना तनाव को कम करता है और दिमाग को रिफ्रेश करता है।
- मेटाबॉलिज्म को बूस्ट: खाली पेट हल्की-फुल्की वॉक करने से शरीर का मेटाबॉलिज्म सक्रिय होता है। इससे दिनभर कैलोरी बर्न करने की प्रक्रिया तेज रहती है। अगर आपका लक्ष्य वजन कम करना है, तो सुबह की वॉक आपके लिए परफेक्ट है। अध्ययनों के मुताबिक, सुबह की सैर से कैलोरी बर्निंग रेट 20% तक बढ़ सकता है।
- दिनभर की ऊर्जा: सुबह की वॉक शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज करती है, जो मूड को खुशहाल बनाता है। यह आपको पूरे दिन ऊर्जावान और सकारात्मक रखता है। साथ ही, यह हृदय रोग और डायबिटीज जैसी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
- मेंटल हेल्थ बूस्टर: प्रकृति की शांति में सुबह टहलना डिप्रेशन और चिंता को कम करता है। यह दिन की शुरुआत को सकारात्मक बनाता है, जिससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है।
रात की वॉक: डिनर के बाद का सीक्रेट फॉर्मूला
डिनर के बाद हल्की सैर करना कई लोगों की आदत है, और यह आदत सेहत के लिए वरदान साबित हो सकती है। रात की वॉक के अपने अनोखे फायदे हैं:
- पाचन में सहायता: खाने के बाद तुरंत बैठ जाना पाचन संबंधी समस्याओं को बढ़ावा देता है। हल्की वॉक पाचन क्रिया को तेज करती है, जिससे कब्ज, गैस और एसिडिटी जैसी दिक्कतें दूर रहती हैं। यह उन लोगों के लिए खासतौर से फायदेमंद है, जो पेट की समस्याओं से परेशान रहते हैं।
- ब्लड शुगर कंट्रोल: खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल बढ़ना आम बात है। 15-20 मिनट की हल्की सैर इसे नियंत्रित करने में मदद करती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह विशेष रूप से लाभकारी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि डिनर के 30 मिनट बाद वॉक करने से ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखने में मदद मिलती है।
- बेहतर नींद: रात की सैर शरीर और दिमाग को शांत करती है। यह मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन को बढ़ाती है, जो नींद को बेहतर बनाता है। अगर आपको रात में नींद न आने की शिकायत है, तो डिनर के बाद 10-15 मिनट की वॉक आपके लिए रामबाण हो सकती है।
- हैवीनेस से राहत: भारी भोजन के बाद आलस और भारीपन महसूस होना स्वाभाविक है। थोड़ी देर टहलने से यह भारीपन दूर होता है, और आप हल्का व एक्टिव महसूस करते हैं।
सुबह या रात: कौन सा समय है बेहतर?
सुबह और रात की वॉक के फायदे अलग-अलग हैं, लेकिन दोनों ही सेहत के लिए लाभकारी हैं। यह पूरी तरह आपके व्यक्तिगत लक्ष्य और दिनचर्या पर निर्भर करता है:
- वजन कम करना चाहते हैं?
सुबह की वॉक आपके लिए बेहतर है। यह मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करती है और दिनभर कैलोरी बर्न करने में मदद करती है।
- पाचन और नींद में सुधार?
रात की सैर आपके लिए ज्यादा फायदेमंद होगी। यह पाचन को दुरुस्त करती है और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के साथ-साथ नींद की क्वालिटी सुधारती है।
- मेंटल हेल्थ और एनर्जी?
सुबह की वॉक तनाव कम करने और दिन को सकारात्मक शुरू करने के लिए आदर्श है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि समय से ज्यादा जरूरी है नियमितता। चाहे सुबह हो या रात, रोज 30 मिनट की वॉक आपके स्वास्थ्य को कई तरह से बेहतर बनाती है। यह हृदय रोग, डायबिटीज, मोटापा और तनाव जैसी समस्याओं से बचाव करती है।
वॉक के लिए जरूरी टिप्स
वॉक का पूरा फायदा तभी मिलेगा, जब आप इसे सही तरीके से करें:
- सही समय और अवधि: रोज कम से कम 30 मिनट वॉक करें। 10 हजार स्टेप्स का लक्ष्य रखें।
- आरामदायक जूते: पैरों को सहारा देने वाले जूते पहनें, ताकि चोट का खतरा न हो।
- हाइड्रेशन: वॉक से पहले और बाद में पानी पीकर शरीर को हाइड्रेटेड रखें।
- गलतियों से बचें: खाने के तुरंत बाद तेज वॉक न करें। रात की वॉक के लिए खाने के 30 मिनट बाद का समय चुनें।
- डॉक्टर की सलाह: अगर आपको कोई मेडिकल कंडीशन है, जैसे डायबिटीज या हृदय रोग, तो वॉक शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
जीवनशैली में बदलाव का पहला कदम
वॉकिंग एक ऐसी आदत है, जो बिना किसी खर्च के आपकी सेहत को दुरुस्त रख सकती है। यह न सिर्फ शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। चाहे सुबह की ताजी हवा में सैर हो या रात के शांत माहौल में टहलना, दोनों ही आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। तो आज से ही अपने लिए समय निकालें और कदम बढ़ाएं।







