स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी |
बिहार चुनाव में सीटों को लेकर एनडीए में अब टकराव देखने को मिल रहा है। नीतीश कुमार ने जेडीयू नेताओं की इमरजेंसी बैठक बुलाई, वहीं बीजेपी नेताओं की मीटिंग भी पार्टी के बिहार प्रभारी के आवास पर जारी है। बिहार चुनाव के लिए एनडीए में सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय हो चुका है, लेकिन घमासान जारी है। चिराग पासवान की पार्टी के कारण कुछ सीटों पर विवाद फंस गया है। जेडीयू की सीटों पर चिराग के दावे से मामला और पेचीदा हो गया है।
अब ताजा स्थिति यह है कि जेडीयू ने उन सीटों पर भी सिंबल बांटना शुरू कर दिया है, जो सीट शेयरिंग में चिराग के खाते में गई हैं। चिराग पासवान ने कई ऐसी सीटों पर दावा किया है, जहां फिलहाल जेडीयू के विधायक हैं। राजगीर और सोनबरसा ऐसी ही सीटें हैं।
जेडीयू की सीटिंग सीट राजगीर और सोनबरसा चिराग की पार्टी को देने को लेकर स्थिति बिगड़ती दिख रही है। राजगीर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा की विधानसभा सीट है। राजगीर से जेडीयू के कौशल किशोर विधायक हैं। वहीं, सोनबरसा से जेडीयू के रत्नेश सदा विधायक हैं।
रत्नेश सदा, जो वर्तमान में बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं, की गिनती सीएम नीतीश के करीबियों में होती है। सीएम नीतीश इस सीट को लेकर अड़े हुए हैं। कहा जा रहा है कि रत्नेश सदा के साथ नीतीश कुमार के रिश्ते ऐसे हैं कि कुछ भी हो, वह यह सीट चिराग की पार्टी या किसी सहयोगी के लिए कभी नहीं छोड़ेंगे।
सीएम नीतीश ने दो दिन पहले ही रत्नेश सदा को पार्टी का सिंबल दे दिया है। इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि वह सोनबरसा सीट को लेकर कितने गंभीर हैं। सोनबरसा सीट पर नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की अगुवाई वाली लोक जनशक्ति पार्टी आमने-सामने हैं।
जेडीयू मोरवा विधानसभा सीट भी चिराग पासवान की पार्टी को नहीं देना चाहती। जेडीयू यह सीट 2020 में 11 हजार वोट से हार गई थी। सीट शेयरिंग पर टकराव के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने आवास पर पार्टी नेताओं की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। यह बैठक जेडीयू की सीटिंग सीटों पर चिराग पासवान के दावे पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी।
जेडीयू और एलजेपीआर में बढ़ती रार के बीच, बीजेपी कोटे से नीतीश सरकार में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा है कि, "सीटों पर सकारात्मक चर्चा अंतिम दौर में है। एनडीए में सीटों की संख्या के विषय में बातचीत सौहार्दपूर्ण तरीके से पूरी हो चुकी है। दोनों नेताओं ने पीएम मोदी और सीएम नीतीश के नेतृत्व में एनडीए के सभी घटक दलों की एकजुटता का दावा किया।"







