नेशनल डेस्क, आर्या कुमारी।
दिल्ली बॉम्ब ब्लास्ट पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि एक बार फिर हमारी कौम बदनाम हो गई।
दिल्ली के लाल किले के पास हुए बॉम्ब ब्लास्ट को लेकर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि इस मामले में यह जांच होनी चाहिए कि कहीं जम्मू-कश्मीर के डॉक्टरों की कोई भूमिका तो नहीं है। उन्होंने जांच एजेंसियों से अपील की कि गिरफ्तार डॉक्टरों के माता-पिता को परेशान न किया जाए।
‘कौम के लिए चिंता की बात’
महबूबा मुफ्ती ने कहा, “अगर दिल्ली ब्लास्ट में हमारे पढ़े-लिखे युवा या डॉक्टर शामिल हैं, तो यह हमारी कौम के लिए बहुत चिंता की बात है। इस घटना से हमारी कौम फिर बदनाम हुई है।” उन्होंने धमाके की निंदा करते हुए कहा कि जो दिल्ली में हुआ, उस दर्द को हम सबसे ज्यादा समझते हैं, क्योंकि हमने यह खून-खराबा सालों से नजदीक से देखा है।
निर्दोषों को परेशान न करें
पीडीपी चीफ ने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि गिरफ्तार डॉक्टरों के परिजनों को परेशान करना गलत है। “जो दोषी हैं, उन्हें सजा जरूर मिले, लेकिन निर्दोषों को सताना ठीक नहीं है।”
स्वतंत्र जांच की मांग
उन्होंने आगे कहा कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष होनी चाहिए “भले ही अभी किसी का अपराध साबित न हुआ हो, लेकिन शक के आधार पर माता-पिता या भाई-बहनों को गिरफ्तार करना या घसीटना न्याय नहीं है।”
बता दें कि महबूबा मुफ्ती का यह बयान उस वक्त आया है, जब पुलवामा के डॉक्टर की मां ने फरीदाबाद हथियार बरामदगी मामले में अपने बेटे पर लगे आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि परिवार को उससे मिलने नहीं दिया जा रहा है।
डॉक्टर के घर पहुंची पुलिस
बुधवार को हरियाणा पुलिस की अपराध शाखा की टीम डॉक्टर के घर पहुंची थी, ताकि 10 नवंबर को फरीदाबाद में बरामद 360 किलो संभावित अमोनियम नाइट्रेट, एक असॉल्ट राइफल और अन्य हथियारों से जुड़े मामले की जांच की जा सके।







