नेशनल डेस्क - आर्या कुमारी
उत्तर प्रदेश के हरदोई में एक युवक ने प्रेमिका को किसी और के साथ देख लिया तो बेवफाई के सदमे में खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली. बाद में पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने झूठा बयान दिया कि दो नकाबपोश युवकों ने उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी. जब पुलिस ने सीसीटीवी और जांच की तो सारा सच सामने आ गया. युवक को गंभीर हालत में लखनऊ ट्रॉमा सेंटर भेजा गया है.
हरदोई पुलिस को दो दिन पहले एक ऐसी सूचना मिली जिससे पूरा महकमा कुछ घंटों के लिए हिल गया. बताया गया कि दो नकाबपोश युवकों ने एक युवक पर पेट्रोल डालकर उसे जिंदा जला दिया है. सूचना मिलते ही जिले में हड़कंप मच गया. अफसर तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन जांच शुरू होते ही कहानी पलट गई. दरअसल, जिसे जिंदा जलाने की बात कही गई थी, उसने खुद ही अपनी बाइक से पेट्रोल निकालकर खुद को आग लगा ली थी. वजह थी—प्यार में मिला धोखा.
झूठी कहानी और हकीकत का खुलासा
कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के बरगांव निवासी राघवेंद्र (22) ने पुलिस को बताया था कि जब वह अपनी बहन दीपमाला का सैंपल लेकर सीएचसी टड़ियावां से लौट रहा था, तभी हरदोई-सीतापुर रोड पर इटौली पुल के पास दो नकाबपोश युवकों ने पीछे से पेट्रोल की पन्नी फेंककर आग लगा दी. उसकी यह कहानी सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई. घायल राघवेंद्र आठ किलोमीटर बाइक चलाकर बिलग्राम चुंगी स्थित अस्पताल पहुंचा, जहां वह लैब असिस्टेंट के रूप में काम करता है. अस्पताल के कर्मचारियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और झुलसे युवक को जिला अस्पताल भेजा गया. सीओ सिटी अंकित मिश्रा के नेतृत्व में शहर और देहात कोतवाली की टीम ने जांच शुरू की. सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के आधार पर जांच आगे बढ़ी तो झूठ की परतें खुलती गईं.
पुलिस जांच में खुला फिल्मी सच
पुलिस के मुताबिक, राघवेंद्र ने झूठी कहानी बनाकर परिवार और पुलिस दोनों को गुमराह किया था. घटना से पहले उसने अपनी प्रेमिका को किसी अन्य युवक के साथ देखा था. यह देखकर वह टूट गया और गुस्से में आकर बाइक से पेट्रोल निकालकर खुद को आग लगा ली. जलती हुई हालत में वह किसी तरह आठ किलोमीटर दूर अस्पताल पहुंचा. अपनी हालत देखकर उसने हमले की झूठी कहानी बना दी ताकि असली वजह छिपी रह जाए.
पुलिस अधिकारी ने बताया सच
सीओ सिटी अंकित मिश्रा ने बताया, “थाना कोतवाली देहात क्षेत्र में सूचना मिली थी कि दो अज्ञात व्यक्तियों ने एक युवक पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी. जांच में पाया गया कि युवक राघवेंद्र ने अपनी एक मित्र को किसी अन्य युवक के साथ देखकर परेशान होकर अपनी बाइक से पेट्रोल निकालकर खुद को आग लगाने का प्रयास किया.”
परिवार की कहानी भी निकली गलत
राघवेंद्र के भाई ने बताया था कि वह टड़ियावां सीएचसी से लौटते वक्त दो युवकों द्वारा पेट्रोल डालकर जलाया गया. मगर पुलिस की जांच में यह कहानी झूठ साबित हुई. किसी सीसीटीवी फुटेज या गवाह से हमला साबित नहीं हुआ.
प्रेम प्रसंग ने बदल दी जिंदगी
पुलिस का कहना है कि राघवेंद्र का एक लड़की से प्रेम संबंध था, लेकिन हाल में बातचीत कम हो गई थी. जब उसने उसे किसी और के साथ देखा, तो आवेश में यह आत्मघाती कदम उठा लिया. मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक, ऐसे मामलों में भावनात्मक टूटन व्यक्ति को जानलेवा कदम उठाने तक ले जा सकती है.
पुलिस की चेतावनी
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि झूठी सूचना देना अपराध है. इससे न सिर्फ प्रशासन का समय और संसाधन बर्बाद होते हैं, बल्कि जनता में डर का माहौल बनता है. फिलहाल राघवेंद्र की हालत गंभीर है और उसे लखनऊ ट्रॉमा सेंटर भेजा गया है. स्वस्थ होने पर उसके खिलाफ झूठी सूचना देने और अफवाह फैलाने का मामला दर्ज किया जाएगा.







