
विदेश डेस्क, ऋषि राज |
गाजा में भोजन की लाइन में खड़े 32 लोगों की गोलीबारी में मौत, कई घायल
गाजा पट्टी में शनिवार को एक बेहद दर्दनाक और इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना सामने आई, जहां भोजन के लिए कतार में खड़े लोगों पर गोलीबारी की गई। इस गोलीबारी में कम से कम 32 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना उत्तरी गाजा के इलाके में उस वक्त घटी जब राहत सामग्री और भोजन पाने के लिए सैकड़ों लोग एकत्र हुए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, जब नागरिक खाने के पैकेट लेने के लिए लाइन में खड़े थे, तभी अचानक गोलियां चलने लगीं। चश्मदीदों का कहना है कि यह गोलीबारी संभवतः इजराइली सेना द्वारा की गई, हालांकि इस पर इजराइल की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि 32 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और दर्जनों घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कई की हालत नाजुक बनी हुई है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
स्थानीय अधिकारियों ने इस घटना को "मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन" करार देते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय राहत संगठनों ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा है कि युद्धग्रस्त क्षेत्र में नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए, विशेष रूप से जब वे भोजन और सहायता सामग्री के लिए संघर्ष कर रहे हों।
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता ने कहा है कि वह इस घटना की विस्तृत जांच की मांग करेंगे और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।
गौरतलब है कि गाजा में पिछले कुछ महीनों से जारी संघर्ष के कारण मानवीय संकट गहराता जा रहा है। लोगों को भोजन, पानी, दवाइयां और बुनियादी सुविधाएं तक नसीब नहीं हो रही हैं। ऐसे में राहत सामग्री पाने के लिए लगने वाली लाइनों में भारी भीड़ देखी जा रही है, और इस भीड़ में हिंसा की घटनाएं अब आम होती जा रही हैं।
इस ताजा गोलीबारी ने एक बार फिर से गाजा में बिगड़ते हालात और आम नागरिकों की तकलीफों को वैश्विक मंच पर उजागर कर दिया है।