
नेशनल डेस्क, नीतीश कुमार |
अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर को आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी देने वाला एक ईमेल सामने आया है। यह धमकी किसी अज्ञात शख्स द्वारा भेजी गई, जिसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए। गोल्डन टेंपल, परिक्रमा मार्ग, लंगर भवन और सभी सराय में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर दिया गया है। SGPC की टास्क फोर्स लगातार जांच और निगरानी में जुटी हुई है। टास्क फोर्स को सख्त आदेश दिए गए हैं कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जाए। SGPC के मुख्य सचिव कुलवंत सिंह मनण ने इस पूरे घटनाक्रम की पुष्टि की है।
मनण ने बताया कि थाना कोतवाली और अमृतसर पुलिस कमिश्नर को भी पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है। SGPC के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में आशंका जताई गई है कि यह ईमेल किसी ने जानबूझकर डर फैलाने के मकसद से भेजा है। मामले को गंभीरता से लेते हुए अमृतसर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट हो गई हैं। स्वर्ण मंदिर और उसके आसपास के इलाकों में सीसीटीवी की निगरानी और गश्त बढ़ा दी गई है। वहीं श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सघन जांच की जा रही है। अधिकारियों ने आम नागरिकों और श्रद्धालुओं से शांति बनाए रखने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत देने की अपील की है।
गौरतलब है कि स्वर्ण मंदिर के आसपास इससे पहले भी कई बार धमाकों की घटनाएं हो चुकी हैं। 6 मई 2023 को हेरिटेज स्ट्रीट पर रात 11:15 बजे कम तीव्रता का आईईडी धमाका हुआ था, जिसमें कोई जनहानि नहीं हुई थी, लेकिन इलाके में दहशत फैल गई थी। इसके बाद 8 मई 2023 की सुबह 6:30 बजे एक और धमाका हुआ जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया और दुकानों को नुकसान पहुंचा। 10 मई 2023 को तीसरा विस्फोट हुआ था, जहां एक संदिग्ध बैग बरामद किया गया।
ऑपरेशन सिंदूर के समय भारतीय सेना ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया था कि पाकिस्तान ने गोल्डन टेंपल पर मिसाइल से हमला करने की योजना बनाई थी, लेकिन भारतीय वायुसेना की सतर्कता से वह मिसाइल रास्ते में ही नष्ट कर दी गई। हालांकि पाकिस्तान ने इस आरोप को पूरी तरह खारिज कर कहा था कि उसने किसी धार्मिक स्थल को निशाना नहीं बनाया। SGPC ने भी भारतीय सेना के इस दावे पर सवाल उठाए थे।