
लोकल डेस्क, मुस्कान कुमारी |
ज्योति हत्याकांड: गंडक नदी में मिला वीआइपी कोषाध्यक्ष की बेटी का शव, दहेज के लिए क्रूर हत्या
गोपालगंज: वीआइपी के जिला कोषाध्यक्ष और प्रमुख मिठाई कारोबारी सुरेंद्र प्रसाद की बेटी ज्योति का शव रविवार को गंडक नदी में सत्तरघाट से सात किलोमीटर दूर फैजुल्लाहपुर के पास बरामद हुआ। शव की हालत देखकर लोग स्तब्ध रह गए गले पर काटने का निशान, आंखें निकाली गईं, और हाथ-पैर पीछे बांधकर नदी में फेंका गया था। प्रारंभिक जांच में यह दहेज के लिए सुनियोजित हत्या का मामला प्रतीत होता है। पुलिस ने ज्योति के पति राजू सहनी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि परसौनी पंचायत के मुखिया शंभु सहनी और उनका परिवार फरार है।
एसडीआरएफ का तलाशी अभियान, शव बरामद
सुरेंद्र प्रसाद के आग्रह पर प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की। बैकुंठपुर के सीओ गौतम कुमार सिंह की देखरेख में एसडीआरएफ की टीम ने रविवार को गंडक नदी में डुमरिया घाट से बंगरा घाट तक सात घंटे तक तलाशी अभियान चलाया। दोपहर में फैजुल्लाहपुर के पास शव मिलने पर परिजनों में कोहराम मच गया। शव की हालत इतनी खराब थी कि स्थानीय मेडिकल टीम ने पोस्टमार्टम से इंकार कर दिया। शव को फॉरेंसिक जांच के लिए मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जहां सोमवार को विशेषज्ञों ने परीक्षण किया। देर शाम सुरेंद्र प्रसाद ने बेटी का अंतिम संस्कार कराया।
दहेज के लिए प्रताड़ना का आरोप
सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि ज्योति की शादी 20 मई 2023 को महम्मदपुर थाना क्षेत्र के पकड़ी वार्ड नंबर-1 के राजू सहनी से हुई थी, जो मुखिया शंभु सहनी का बेटा है। शादी में उन्होंने अपनी हैसियत के अनुसार उपहार दिए। ज्योति का छह माह का एक बेटा भी है। सुरेंद्र ने आरोप लगाया कि ससुराल वाले ज्योति को दहेज में कार और मछली हेचरी के लिए पांच लाख रुपये की मांग को लेकर बार-बार प्रताड़ित करते थे। कई बार ससुराल जाकर उन्होंने समझाने की कोशिश की, लेकिन स्थिति नहीं सुधरी। 4 जुलाई की सुबह 5:30 बजे शंभु सहनी ने फोन कर बताया कि ज्योति अपने कमरे में नहीं है और अपने बेटे को छोड़कर कहीं चली गई है। सुरेंद्र का दावा है कि यह हत्या सुनियोजित थी।
पुलिस कार्रवाई: पति जेल में, मुखिया फरार
शव मिलने के बाद महम्मदपुर पुलिस ने कार्रवाई तेज की। पहले से हिरासत में रखे गए राजू सहनी को सोमवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। सुरेंद्र की लिखित शिकायत के बाद मुखिया शंभु सहनी और उनका परिवार भूमिगत हो गया। पुलिस उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है। स्थानीय लोग पुलिस पर मुखिया के राजनीतिक प्रभाव के कारण शुरू में ढिलाई बरतने का आरोप लगा रहे हैं। एसडीपीओ राजेश कुमार ने कहा कि इस हाई-प्रोफाइल केस की गंभीरता से जांच हो रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
राजू का आपराधिक इतिहास
राजू सहनी पर पहले भी गंभीर आरोप हैं। 2 अगस्त 2018 को महम्मदपुर थाने में उसके खिलाफ 14 वर्षीय नाबालिग के साथ गैंगरेप का मामला दर्ज हुआ था। कांड संख्या 138/2018 के तहत पॉक्सो एक्ट में वह आरोपित था। इस खुलासे ने स्थानीय लोगों में आक्रोश और बढ़ा दिया है।
फॉरेंसिक जांच से उम्मीद
शव के सड़ने के कारण स्थानीय स्तर पर पोस्टमार्टम संभव नहीं हुआ। मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज में फॉरेंसिक जांच के जरिए हत्या के कारणों और चोटों का पता लगाया जा रहा है। फॉरेंसिक जांच में डीएनए विश्लेषण, चोटों की प्रकृति और मृत्यु के समय की जानकारी शामिल होती है, जो दोषियों तक पहुंचने में मदद करेगी।
परिजनों में गुस्सा, पुलिस पर दबाव
ज्योति के शव की बरामदगी के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों में गुस्सा है। लोग मुखिया परिवार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सुरेंद्र ने महम्मदपुर थाने में दहेज हत्या की शिकायत दर्ज की है। पुलिस ने नए आपराधिक कानूनों के तहत जांच शुरू की है, और वरीय अधिकारी मामले की निगरानी कर रहे हैं।